प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “परीक्षा पे चर्चा” के 8वें संस्करण में देशभर के विद्यार्थियों से बातचीत की। उन्होंने परीक्षा के तनाव को कम करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और असफलताओं से सीखने पर जोर दिया। आइए, जानते हैं उनके प्रमुख सुझावों को एक आसान भाषा में:
1️⃣ खुद को दें चुनौती, तय करें लक्ष्य
- परीक्षा को अंतिम लक्ष्य न मानें, बल्कि ज्ञान को प्राथमिकता दें।
- अपने अंकों या प्रदर्शन में सुधार के लिए खुद को चुनौती दें।
- लगातार खुद से पूछें: “मैं क्या बन सकता हूँ? क्या हासिल कर सकता हूँ?”
प्रैक्टिकल टिप: पिछली बार 30 अंक मिले थे? इस बार 35 का लक्ष्य रखें!

2️⃣ प्रतिस्पर्धा दूसरों से नहीं, खुद से करें
- दूसरों से तुलना करने के बजाय, खुद को पहले से बेहतर बनाने पर ध्यान दें।
- आत्म-सुधार से आत्मविश्वास बढ़ता है, जबकि दूसरों से तुलना करने से निराशा मिलती है।
सीख: खुद की गलतियों से सीखें, सुधार करें, और आगे बढ़ें।
3️⃣ असफलता को शिक्षक बनाएं
- परीक्षा में असफल होना, जीवन की असफलता नहीं है।
- क्रिकेटरों की तरह अपनी गलतियों की समीक्षा करें और अगली बार बेहतर करें।
- अंक ही सब कुछ नहीं हैं, जीवन के कौशल भी उतने ही जरूरी हैं।
मनोबल बढ़ाने वाला विचार: असफलता हमें मजबूत बनाती है, यह एक नया अवसर है सीखने का!

4️⃣ शिक्षा का मतलब सिर्फ परीक्षा नहीं
- स्कूल का मकसद सिर्फ अच्छे अंक लाना नहीं, बल्कि समग्र विकास होना चाहिए।
- पढ़ाई और शौक में संतुलन बनाए रखें।
- माता-पिता बच्चों पर इंजीनियरिंग या मेडिकल का दबाव न डालें, उनकी रुचियों को पहचानें।
प्रेरणादायक बात: बच्चे रोबोट नहीं हैं, उन्हें खुला वातावरण और पसंदीदा गतिविधियों की जरूरत है।
5️⃣ तनाव से बचने के लिए छोटे लक्ष्य तय करें
- हर दिन तय करें कि कितना पढ़ना है, पूरे दिन का बोझ लेकर न बैठें।
- परीक्षा का तनाव सिर्फ घर का माहौल खराब करता है, इसे गंभीरता से लें लेकिन घबराएं नहीं।
समाधान: रोज़ छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं और उन्हें पूरा करें।

6️⃣ प्रभावी नेतृत्व के लिए टीमवर्क जरूरी
- नेता बनने के लिए खुद को बदलना होगा, सिर्फ भाषण देना पर्याप्त नहीं।
- स्वच्छता, अनुशासन और दूसरों की मदद करने से लीडरशिप का विकास होता है।
- दूसरों का सम्मान कमाना पड़ता है, मांगा नहीं जाता।
लाइफ टिप: “नेतृत्व थोपा नहीं जाता, लोग खुद आपको लीडर मानते हैं।”

7️⃣ स्वस्थ रहने के लिए अच्छी नींद और सही खानपान जरूरी
- मोटा अनाज (मिलेट्स) और सब्जियों को भोजन में शामिल करें।
- दिनभर धूप में कुछ समय बिताएं, यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
- सिर्फ बीमार न होना हेल्दी रहना नहीं है, सही पोषण और नींद भी जरूरी है।
याद रखें: स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग रहता है!

🌿 परीक्षा के साथ जीवन का संतुलन भी जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने “मां के नाम पेड़” अभियान के तहत पौधारोपण किया और जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया।
- खुद से प्रतिस्पर्धा करें, आत्म-सुधार पर ध्यान दें।
- असफलताओं को सीखने का अवसर मानें।
- शिक्षा सिर्फ अंक लाने के लिए नहीं, जीवन को बेहतर बनाने के लिए है।
- स्वस्थ जीवनशैली और नेतृत्व क्षमता विकसित करें।
🎯 “परीक्षा ही सबकुछ नहीं है, असली लक्ष्य है जीवन को संवारना!”