भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि आईटी क्षेत्र वर्तमान ही नहीं, बल्कि भविष्य की भी नींव है। इसी सोच के साथ मध्यप्रदेश सरकार टेक्नोलॉजी सेक्टर में तेज़ी से विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन से उन्होंने जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल और इंदौर के आईटी उद्यमियों से वर्चुअल संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश 27 अप्रैल को इंदौर में होने वाले “टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव” के जरिए आईटी में राष्ट्रीय पहचान स्थापित करेगा।
प्रदेश के आईटी युवाओं की सराहना, सरकार देगी हरसंभव सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई शहरों में पहले से ही आईटी का मजबूत आधार है। इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर जैसे शहरों में तकनीकी शिक्षा और स्टार्टअप्स की ऊर्जावान पहल देखने को मिल रही है।
उन्होंने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि सरकार प्रयासों में भागीदार बनेगी और हरसंभव सहयोग देगी, जिससे प्रदेश आईटी क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूत उपस्थिति दर्ज कर सके।
कॉन्क्लेव में टेक्नोलॉजी का होगा भव्य प्रदर्शन
27 अप्रैल को इंदौर में आयोजित टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में
- टेक डेस्टिनेशन मध्यप्रदेश पर फिल्म दिखाई जाएगी
- इन्क्यूबेशन सेंटर और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन होगा
- कई यूनिट्स का भूमि पूजन और एमओयू हस्ताक्षर होंगे
- GCC, ड्रोन, एवीजीसी और सेमीकॉन नीतियों की गाइडलाइंस भी जारी होंगी
उद्योगपतियों ने रखीं अहम मांगें
संवाद के दौरान आईटी उद्योगपतियों ने कई मुद्दे उठाए—
- आईटी पार्कों का विस्तार,
- वर्क-टू-वर्क सुविधाएं,
- एआई आधारित गतिविधियों को बढ़ावा,
- प्राकृतिक गैस पर टैक्स में छूट,
- स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा
- डिजिटल इकोनॉमी मिशन लागू करने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने इन सभी सुझावों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार उद्यमियों की इन पहलों में सक्रिय भागीदार रहेगी और आगे भी इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
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