भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, और जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा जारी है। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 14 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। साथ ही, प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा भी देखा जा रहा है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है।
शीतलहर का अलर्ट: 14 जिलों में ठंड का कहर
मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के 14 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, राजगढ़, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, उमरिया और कटनी शामिल हैं। इन जिलों में तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है, और ठंड के असर में वृद्धि हो सकती है। कुछ इलाकों में रात का तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच चुका है। दिन के समय भी ठंड का असर बना हुआ है, जिससे लोग कंपकंपी में डूबे हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिन प्रदेश में यही स्थिति बनी रह सकती है, और सर्दी का असर अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा।
बर्फबारी से बढ़ी ठंड
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और लद्दाख में बर्फबारी हो रही है, जिसके कारण ठंडी हवाएं प्रदेश की ओर बढ़ रही हैं। इन बर्फीली हवाओं के प्रभाव से मध्य प्रदेश में भी ठंड में वृद्धि हो रही है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलने और तेज हवाओं के चलते ठंड का असर और बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि इस सर्दी का प्रभाव अगले 20 से 22 दिनों तक बना रह सकता है, और शीतलहर का दौर जारी रहेगा।
कोहरे के कारण खंडवा में सड़क हादसा
खंडवा में गुरुवार सुबह कोहरे के कारण एक यात्री बस और जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस के बीच भिड़ंत हो गई। इस दुर्घटना में एंबुलेंस के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। एंबुलेंस के चालक ने बताया कि घटना के समय हल्का कोहरा था, और वे अपनी गाड़ी को सड़क के किनारे ले जा रहे थे, लेकिन जननी एक्सप्रेस बस ओवरटेक करते हुए रॉन्ग साइड में आ गई, जिससे टक्कर हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब कोहरे की वजह से विजिबिलिटी बहुत कम हो गई थी, और गाड़ियों की गति 10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित हो गई थी।
भोपाल और अन्य शहरों में घना कोहरा
भोपाल, उज्जैन, और शाजापुर जैसे शहरों में गुरुवार सुबह घना कोहरा देखा गया, जिससे सड़क पर चलने वाली गाड़ियों की गति धीमी हो गई। भोपाल में श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी हॉस्पिटल रोड पर भी कोहरे की वजह से विजिबिलिटी केवल 50 मीटर तक रह गई थी। वाहन केवल 10 से 20 किमी प्रति घंटे की गति से चल रहे थे। कोहरे का असर अन्य प्रमुख शहरों जैसे इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और छिंदवाड़ा में भी देखा गया है, जहां सुबह के समय सर्दी और कोहरे के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश के बाद बढ़ी ठंड
पिछले कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और ओले गिरे थे। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत 45 से अधिक जिलों में बारिश हुई थी, और 20 जिलों में ओले गिरने की घटनाएं भी दर्ज की गई थीं। बारिश और ओलों के बाद ठंड में अचानक वृद्धि हो गई है। दिसंबर के अंतिम दिनों में और नए साल के पहले दिन सर्दी का असर देखा गया, जिससे लोगों को कंपकंपी का सामना करना पड़ा।
आने वाले दिनों में मौसम
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण ठंड में और इजाफा हो सकता है। जनवरी के मध्य तक शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है, और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तापमान में गिरावट के साथ ठंड की स्थिति बनी रह सकती है। यह स्थिति खासकर उन क्षेत्रों में होगी जहां शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। किसानों को भी इस सर्दी में अपनी फसलों का ध्यान रखने की सलाह दी गई है, क्योंकि बर्फबारी और ठंडी हवाएं फसलों के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं।
मध्य प्रदेश में इस समय सर्दी और कोहरे का कहर जारी है। शीतलहर का अलर्ट 14 जिलों में जारी किया गया है, और अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में ठंड का असर बना रहने की संभावना है। कोहरे के कारण यातायात में भी दिक्कतें आ रही हैं, जबकि बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएं प्रदेश में प्रवेश कर चुकी हैं, जो ठंड में और इजाफा कर सकती हैं।