मेरठ के शताब्दी नगर में चल रही पं. प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा के छठे दिन, शुक्रवार दोपहर, कथा स्थल पर भगदड़ मच गई। इस घटना में कई महिलाएं और बुजुर्ग चोटिल हो गए। घटनास्थल पर भारी भीड़ उमड़ने के कारण स्थिति बेकाबू हो गई, और मौके पर मौजूद व्यवस्था टीम को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
क्या हुआ घटना के दौरान?
दोपहर 1 बजे से कथा प्रारंभ हो चुकी थी। अनुमान है कि करीब 1 लाख श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचे थे। कथा स्थल पर लोग जल्दबाजी में अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे, जिससे भीड़ और दबाव बढ़ने लगा।
मौके पर मौजूद बाउंसर्स ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए धीरे-धीरे एंट्री कराने का प्रयास किया। लेकिन इससे लोगों में नाराजगी बढ़ गई और भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। स्थिति बेकाबू हो गई, और भगदड़ मच गई।
घायल लोगों का उपचार हेल्थ कैंप में
इस भगदड़ में कई महिलाएं और बुजुर्ग गिर गए और चोटिल हो गए। कथा स्थल पर पहले से मौजूद हेल्थ कैंप में घायलों का तुरंत उपचार शुरू किया गया। हालांकि, अभी तक किसी गंभीर चोट या मौत की खबर नहीं है।
व्यवस्था और भीड़ का दबाव
यह कथा 6 दिसंबर से शताब्दी नगर में आयोजित हो रही है और कल यानी 23 दिसंबर को इसका समापन होगा। आयोजन के दौरान हर दिन औसतन डेढ़ लाख लोग कथा सुनने आ रहे हैं। बड़ी संख्या में VVIP मेहमान भी इस कार्यक्रम में हिस्सा ले चुके हैं।
आयोजकों ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष प्रबंध किए थे, लेकिन आज भारी भीड़ के कारण व्यवस्थाएं लड़खड़ा गईं। पुलिस बल और आयोजकों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कदम उठाए।
कल आखिरी दिन, श्रद्धालुओं के लिए दिशा-निर्देश
कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। पुलिस और आयोजन समिति ने अपील की है कि लोग शांति और अनुशासन बनाए रखें।
दिशा-निर्देश:
- धैर्यपूर्वक लाइन में लगकर एंट्री करें।
- बुजुर्गों और महिलाओं के साथ सहयोग करें।
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतें।
पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा का महत्व
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथाएं शिवभक्तों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। उनकी कथा सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस आयोजन का उद्देश्य भक्तों को धार्मिक ज्ञान और शिवभक्ति की ओर प्रेरित करना है।
आयोजकों और स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया है कि कल के आयोजन में सभी जरूरी प्रबंध किए जाएंगे ताकि कोई अनहोनी न हो।