किसानों की समस्याओं को लेकर गरमाया सदन, अनुपूरक बजट पर चर्चा से पहले ही मचा हंगामा

भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को सदन के भीतर और बाहर तीखी राजनीतिक टकराहट देखने को मिली। फसल मुआवजे, राहत राशि में देरी और किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। विरोध प्रदर्शन का केंद्र बने जुन्नारदेव से कांग्रेस विधायक सुनील उईके, जो बंदर के गेटअप में, हाथ में उस्तरा और एक पोस्टर लेकर विधानसभा पहुँचे।

congress-walkout

सुनील उईके ने कहा कि उनके हाथ में लिया गया उस्तरा “सरकार और सिस्टम की धार” का प्रतीक है, जो किसानों के हितों को लगातार घायल कर रही है। उनका यह अनोखा विरोध पूरे विधानसभा परिसर में चर्चा का विषय बना रहा। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी इस अनूठे प्रदर्शन के दौरान उनके साथ मौजूद रहे।

सदन में फसल मुआवजे पर आरोप-प्रत्यारोप तेज

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने खराब फसलों के मुआवजे को लेकर सरकार पर तीखी आपत्तियाँ जताईं। विपक्ष का आरोप था कि किसानों को राहत राशि देने के दावे केवल कागज़ों तक सीमित हैं तथा कई जिलों में किसानों के खातों में अब तक एक रुपये तक नहीं पहुँचा है।

श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने कहा कि जिले के हजारों किसानों को वादा किए गए 16,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की राहत राशि अभी तक नहीं मिली है। उन्होंने सरकार पर किसानों को भ्रमित करने और आश्वासनों पर आश्रित रखने का आरोप लगाया।

उनकी टिप्पणी के बाद सदन में हंगामा तेज हो गया। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि “कुछ ही खाते ऐसे बचे होंगे, लेकिन जल्द ही सभी पात्र किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा।”

विपक्ष इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बाहर आकर उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि किसानों की समस्याओं को सरकार गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है।

अनुपूरक बजट पर चर्चा से पहले ही गरमा गया माहौल

आज सदन में दूसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा निर्धारित थी। बजट का प्रारूप मंगलवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा प्रस्तुत किया गया था। लेकिन फसल मुआवजे और राहत राशि में देरी को लेकर हुए बवाल ने समूचे माहौल को गर्मा दिया।

कांग्रेस का कहना है कि राहत राशि वितरण में भारी अनियमितताएँ हैं और सरकार केवल आश्वासन की राजनीति कर रही है। वहीं सरकार का दावा है कि मुआवजा राशि चरणबद्ध तरीके से भेजी जा रही है और जल्द ही सभी किसानों के खाते भर दिए जाएंगे।

congress-walkout

किसानों की पीड़ा बनी मध्यबिंदु

सत्र के तीसरे दिन हुए इस हंगामे ने स्पष्ट कर दिया कि किसानों की समस्याएँ आगामी विधानसभा सत्रों में भी प्रमुख मुद्दा बनी रहेंगी। सरकार और विपक्ष के बीच फसल मुआवजे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का यह दौर आने वाले दिनों में और तेज हो सकता है।

✨ स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!

अपर लेक में शिकारा सेवा शुरू: राजधानी भोपाल को जल-पर्यटन के नए युग की सौगात

बिना सिम के बंद हो जाएंगे व्हाट्सऐप और टेलीग्राम: जानें क्या है नया सिम बाइंडिंग नियम

‘इत्ती सी खुशी’ में शादी के बीच मचा हंगामा: विराट ने अन्विता का किया अपहरण, कहानी में आया बड़ा मोड़

अमेरिका में एफ-16 फाइटर जेट क्रैश: जमीन से टकराते ही भड़की आग, पायलट ने सेकेंडों पहले बचाई जान