बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 7 दिन फ्री सफारी, ज्वालामुखी गेट से मुफ्त एंट्री

उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व घूमने वालों के लिए अच्छी खबर है। अगर आप जंगल सफारी का मजा लेना चाहते हैं, तो अब बिना एंट्री फीस के जा सकते हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 17 दिसंबर से 23 दिसंबर तक पूरे 7 दिनों के लिए फ्री टाइगर सफारी दी जा रही है।

यह फ्री सफारी सुविधा सिर्फ ज्वालामुखी गेट से मिलने वाली है। पार्क प्रबंधन ने तय किया है कि इस गेट से सफारी करने पर एंट्री फीस नहीं ली जाएगी। यह फैसला पर्यटन को बढ़ाने और स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए लिया गया है।

Bandhavgarh National Park Madhya Pradesh India

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने बताया कि ज्वालामुखी बफर जोन में सफारी करने वाले पर्यटकों से जिप्सी एंट्री टिकट का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह सुविधा सुबह और दोपहर दोनों सफारी के लिए लागू रहेगी। यानी एक हफ्ते तक लोग मुफ्त में जंगल का आनंद ले सकेंगे।

हालांकि, कुछ नियम भी रखे गए हैं। जिप्सी और गाइड का शुल्क पहले की तरह देना होगा। सिर्फ एंट्री फीस माफ की गई है। यह सुविधा “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर दी जाएगी। इसके लिए पर्यटकों को ज्वालामुखी गेट के ऑफलाइन टिकट काउंटर से ही बुकिंग करनी होगी। ऑनलाइन बुकिंग पर यह सुविधा नहीं मिलेगी।

ज्वालामुखी गेट बांधवगढ़ का बफर जोन है। यहां पर बाघों के अलावा हिरण, सांभर, चीतल, जंगली सूअर और कई तरह के पक्षी देखने को मिलते हैं। साथ ही यह इलाका बहुत शांत और प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। घना जंगल, हरियाली और खुले रास्ते लोगों को खास अनुभव देते हैं।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को बाघों का गढ़ कहा जाता है। यहां देश के सबसे ज्यादा टाइगर पाए जाते हैं। पिछले कुछ सालों में यहां हाथियों की संख्या भी बढ़ी है। अब कई हाथी स्थाई रूप से यहीं रह रहे हैं, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा कारण बने हैं।

बांधवगढ़ में सिर्फ वन्य जीव ही नहीं, बल्कि खूबसूरत वादियां, झरने, नदी, तालाब और ऐतिहासिक जगहें भी देखने को मिलती हैं। यहां का जंगल बहुत पुराना और जैव विविधता से भरपूर है।

अगर आप कम बजट में जंगल सफारी का मजा लेना चाहते हैं, तो यह मौका आपके लिए बहुत अच्छा है। 17 से 23 दिसंबर के बीच ज्वालामुखी गेट से फ्री एंट्री लेकर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सैर कर सकते हैं और प्रकृति के करीब समय बिता सकते हैं।

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