प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश (एमपी) के विकास की गति और दिशा को लेकर सराहना करते हुए कहा कि राज्य ने पिछले दो दशकों में एक जबरदस्त बदलाव और ट्रांसफॉर्मेशन देखा है। उन्होंने मध्यप्रदेश को भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य के रूप में पहचाना और इस राज्य की कृषि, खनिज संसाधनों और अन्य क्षेत्रीय संभावनाओं की तारीफ की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा, “मध्यप्रदेश, जनसंख्या के हिसाब से भारत का पांचवां सबसे बड़ा राज्य है और यह कृषि के क्षेत्र में भी शीर्ष राज्यों में शामिल है। साथ ही, खनिज संसाधनों के मामले में भी यह राज्य भारत के शीर्ष पांच राज्यों में आता है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि मध्यप्रदेश को जीवनदायनी मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त है, जो राज्य के विकास में एक अहम भूमिका निभाती है। मोदी ने राज्य के भविष्य की संभावना को उजागर करते हुए कहा कि एमपी में हर वह संभावना है जो इसे भारत के शीर्ष पांच राज्यों में ला सकती है।
बीते दो दशकों का परिवर्तन
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में बीते दो दशकों में अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को मिला है। उन्होंने उल्लेख किया कि एक समय था जब राज्य में पानी और बिजली की भारी कमी थी, और कानून-व्यवस्था की स्थिति भी ठीक नहीं थी। इस परंतु अब राज्य ने अपने विकास की दिशा बदल दी है।
मोदी ने कहा, “दूसरे राज्य मध्यप्रदेश में निवेश करने से डरते थे, लेकिन आज राज्य ने निवेश के मामले में शीर्ष राज्यों में अपनी जगह बना ली है।” उन्होंने विशेष रूप से प्रदेश की इंफ्रास्ट्रक्चर की सुधारों की सराहना की और बताया कि मध्यप्रदेश आज ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) क्रांति के अग्रणी राज्यों में से एक है।

ईवी क्रांति में एमपी की भूमिका
प्रधानमंत्री ने जनवरी 2025 तक मध्यप्रदेश में रजिस्टर्ड दो लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का जिक्र किया, जो राज्य में ईवी क्षेत्र की तीव्र वृद्धि को दर्शाता है। “मध्यप्रदेश में करीब 90 प्रतिशत का ईवी ग्रोथ हुआ है, जो एक बेहतरीन संकेत है,” उन्होंने कहा। यह वृद्धि दर्शाती है कि मध्यप्रदेश अब मैन्युफैक्चरिंग और नये उद्योगों के लिए भी एक आकर्षक स्थल बनता जा रहा है।
एमपी का ट्रांसफॉर्मेशन
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में सड़क परिवहन के मामले में भी अभूतपूर्व सुधार हुआ है। “एक समय था जब खराब सड़कों की वजह से राज्य में बसों का संचालन तक मुश्किल था, लेकिन आज राज्य देश की ईवी क्रांति का एक प्रमुख हिस्सा बन चुका है। यह राज्य के विकास के प्रति पूरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी के बयान ने स्पष्ट किया कि मध्यप्रदेश ने आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से कई बड़े बदलावों को देखा है। यह राज्य अब न केवल कृषि और खनिज संसाधनों के लिए, बल्कि नए उद्योगों, ईवी उत्पादन और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी देश में अपनी अहम पहचान बना चुका है।
आगे की दिशा
प्रधानमंत्री ने राज्य के आगामी विकास की दिशा को लेकर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का भविष्य बहुत उज्जवल है, और राज्य में निवेश की बढ़ती हुई गति और शासन की स्थिरता इसे भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते राज्यों में शामिल करेगी।
एमपी का ट्रांसफॉर्मेशन वास्तव में इस राज्य की मेहनत, नीति और विकास के प्रति प्रतिबद्धता का नतीजा है, जो बाकी राज्यों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन चुका है।