भोपाल। प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का असर मंगलवार को थोड़ा कम हुआ है, लेकिन मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के 15 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में थोड़ा सा उछाल आया है, जबकि राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सोमवार के मुकाबले 0.7 डिग्री अधिक रहा।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में एक नया पश्चिमी विक्षोभ 18 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है, जिससे प्रदेश में मौसम की स्थिति में बदलाव आ सकता है। इसके साथ ही शीतलहर का असर भी बढ़ सकता है। विभाग के मुताबिक, वर्तमान में एक चक्रवातीय परिसंचरण और ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम की हवाओं का असर कम हो रहा है, जिससे शीतलहर की स्थिति थोड़ी कमजोर पड़ी है।
प्रदेश में शीतलहर का असर
प्रदेश के सात शहरों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से भी नीचे रहा। पचमढ़ी, जो प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान है, वहां पारा 1.6 डिग्री तक गिर गया। इस तापमान के साथ पचमढ़ी देश के कई प्रमुख ठंडे स्थानों जैसे शिमला, नैनीताल, जम्मू, कटरा, धर्मशाला, पालमपुर और देहरादून से भी ठंडा रहा।
मुख्य शहरों का तापमान
- भोपाल: 4 डिग्री (सोमवार से 0.7 डिग्री अधिक)
- पचमढ़ी: 1.6 डिग्री (प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान)
- मंडला और उमरिया: 3 डिग्री
- शहडोल: 2 डिग्री
- ग्वालियर और जबलपुर: 5 डिग्री
- इंदौर: 10.6 डिग्री
- उज्जैन: 8 डिग्री
- नौगांव, राजगढ़ और खजुराहो: 4.4 डिग्री
शीतलहर और तीव्र शीतलहर
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में शीतलहर और तीव्र शीतलहर का असर देखा गया।
- शीतलहर: भोपाल, सीहोर, विदिशा, शाजापुर, उमरिया, जबलपुर, मंडला, नौगांव, पचमढ़ी।
- तीव्र शीतलहर: शहडोल और सिवनी में जारी रही।
ठंड के कारण
मौसम विभाग ने ठंड की स्थिति को लेकर चार प्रमुख कारण बताए हैं:
- चक्रवातीय परिसंचरण: पूर्वी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर सक्रिय है, जो अगले 48 घंटों तक हवाओं को प्रभावित करेगा।
- चक्रवातीय परिसंचरण का प्रभाव: मध्य पाकिस्तान और जम्मू के ऊपर समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।
- जेट स्ट्रीम हवाएं: उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रति घंटे की गति से सब-ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं।
- पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव: पश्चिमी विक्षोभ के कारण मध्योपरी, क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं के साथ एक ट्रफ बन रहा है, जो शीतलहर की स्थिति को और बढ़ा रहा है।
आगे का पूर्वानुमान
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी, लेकिन इसके बाद तापमान में थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। मौसम में बदलाव के कारण शीतलहर का प्रभाव कम हो सकता है, लेकिन अगले कुछ दिनों तक सर्दी की स्थिति बनी रहेगी।
निष्कर्ष:
प्रदेश में सर्दी का असर अभी कम हुआ है, लेकिन शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। पचमढ़ी, भोपाल और अन्य स्थानों पर तापमान 5 डिग्री से भी कम दर्ज किया गया है, और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में ठंड के बढ़ने की संभावना जताई है।