भोपाल। मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड का दूसरा दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 7 जनवरी से दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होगी। ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग में अगले दो दिनों तक घने कोहरे का अनुमान है। इसके साथ ही, 12 जनवरी से प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई है।
ठंड बढ़ने की वजह: बर्फीली हवाएं
मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में भारी बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएं मध्यप्रदेश की ओर बढ़ रही हैं। सोमवार को 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 204 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चलती रही। इन हवाओं के कारण प्रदेश में शीतलहर का असर तेज हो गया है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलने से ठंडी हवाओं की रफ्तार और बढ़ने की संभावना है।
भोपाल में बढ़ी ठंड की चुभन
राजधानी भोपाल में 7 जनवरी की सुबह से ही तेज हवाओं के कारण ठंड की चुभन महसूस की गई। लोग भारी ऊनी कपड़े पहनकर घरों से बाहर निकले। जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा बना रहेगा, और 20 से 22 दिनों तक शीतलहर चलने का अनुमान है।
इस सप्ताह का मौसम अनुमान
उत्तर भारत से आ रही उत्तरी हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट आएगी। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 10 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से 12 जनवरी से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है।
नौगांव बना प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान
मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले का नौगांव सबसे ठंडा स्थान रहा। रविवार-सोमवार की रात नौगांव का न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अन्य स्थानों पर तापमान इस प्रकार रहा:
- मंडला: 8.8 डिग्री
- टीकमगढ़: 9 डिग्री
- गुना, मलाजखंड, शिवपुरी: 9.3 डिग्री
- राजगढ़: 9.4 डिग्री
बड़े शहरों में तापमान:
- ग्वालियर: 9.7 डिग्री
- भोपाल: 10 डिग्री
- जबलपुर और उज्जैन: 12 डिग्री
- इंदौर: 13.1 डिग्री
12 जनवरी से बारिश का अनुमान
10 जनवरी को सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के कुछ इलाकों में 12 जनवरी से हल्की बारिश और बूंदाबांदी हो सकती है। इससे ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है।
जनवरी में ठंड का जोर रहेगा
मौसम विभाग के मुताबिक, जनवरी का महीना पूरी तरह ठंडा रहेगा। 20 से 22 दिनों तक शीतलहर चलने की संभावना है। प्रदेश के नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें और सतर्क रहें।