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March 22, 2025 8:04 PM

भारत में सैटेलाइट इंटरनेट की क्रांति: Jio और Airtel ने Starlink से मिलाया हाथ

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भारत में इंटरनेट सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है। देश की दो प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां, Reliance Jio और Bharti Airtel, अब Elon Musk की कंपनी SpaceX के Starlink के साथ मिलकर भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा देने जा रही हैं।

इससे उन दूरदराज़ और ग्रामीण इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट मिल सकेगा, जहां अब तक ब्रॉडबैंड और मोबाइल नेटवर्क की पहुंच नहीं थी। यह कदम भारत के डिजिटल विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।

क्या है पूरा मामला?

सबसे पहले 11 मार्च को Airtel ने Starlink के साथ अपने समझौते की घोषणा की। Airtel ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए जानकारी दी कि वह अब Starlink के साथ मिलकर अपने नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में सैटेलाइट टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करने की संभावनाएं तलाशेगा।

इसके ठीक एक दिन बाद, Reliance Jio ने भी Starlink के साथ साझेदारी की घोषणा कर दी। इसका मतलब यह है कि भारत की सबसे बड़ी दो टेलीकॉम कंपनियां अब सैटेलाइट इंटरनेट की दौड़ में शामिल हो चुकी हैं।

Airtel और Jio का Starlink से गठजोड़ क्यों खास है?

भारत में अब तक इंटरनेट सेवाएं फाइबर ब्रॉडबैंड और मोबाइल नेटवर्क के जरिए दी जाती हैं। लेकिन कई दुर्गम और ग्रामीण इलाकों में इनकी उपलब्धता सीमित है। ऐसे में सैटेलाइट इंटरनेट गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

Airtel और Jio के Starlink से जुड़ने के प्रमुख फायदे:

  1. ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंच – भारत के पहाड़ी, जंगलों और सुदूर गांवों में जहां मोबाइल टावर लगाना मुश्किल है, वहां भी अब हाई-स्पीड इंटरनेट संभव होगा।
  2. तेज़ इंटरनेट स्पीड और लो-लेटेंसी – Starlink के सैटेलाइट लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) में स्थित होते हैं, जिससे हाई-स्पीड इंटरनेट और लो-लेटेंसी मिलती है।
  3. व्यवसाय, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार – दूरदराज के इलाकों में डिजिटल क्लासरूम, टेलीमेडिसिन और स्मार्ट बिजनेस सॉल्यूशंस संभव होंगे।
  4. डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विजन के तहत, यह टेक्नोलॉजी भारत को डिजिटल रूप से और सक्षम बनाएगी।

Starlink क्या है और कैसे काम करता है?

Starlink, SpaceX द्वारा संचालित एक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा है, जो पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थित 7,000 से अधिक छोटे सैटेलाइट्स के नेटवर्क के जरिए इंटरनेट प्रदान करती है। यह वर्तमान में 100 से अधिक देशों में उपलब्ध है।

कैसे मिलेगा Starlink इंटरनेट?

  • Starlink ग्राहकों को एक “किट” देती है, जिसमें राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राइपॉड शामिल होता है।
  • इंटरनेट चलाने के लिए किट में दी गई डिश को खुले आसमान में रखना होता है।
  • iOS और Android के लिए Starlink ऐप उपलब्ध है, जिससे सेटअप और मॉनिटरिंग की जा सकती है।
  • Starlink के जरिए वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉल जैसी सेवाएं आसानी से चलाई जा सकती हैं।
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट का भविष्य

Airtel और Jio के Starlink के साथ जुड़ने से यह साफ है कि भारत में सैटेलाइट इंटरनेट की नई क्रांति आने वाली है। हालांकि, इसके लिए कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे –

  • लाइसेंसिंग और सरकारी अनुमति – भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं के लिए अलग-अलग नियामकीय मंजूरियां लेनी पड़ती हैं।
  • कीमत और उपलब्धता – फिलहाल, Starlink की सेवा महंगी है, लेकिन Jio और Airtel के आने से यह अधिक किफायती हो सकती है।
  • तकनीकी बाधाएं – खराब मौसम और बाधाओं के कारण सैटेलाइट इंटरनेट की स्टेबिलिटी को लेकर अभी भी कुछ सवाल बने हुए हैं।

Jio और Airtel के Starlink के साथ जुड़ने से भारत में इंटरनेट सेवाओं के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। खासकर ग्रामीण और दूरदराज़ के इलाकों में यह टेक्नोलॉजी इंटरनेट कनेक्टिविटी का बड़ा विस्तार कर सकती है। अब यह देखना होगा कि यह नई सेवा कब तक लॉन्च होती है और इसकी कीमत क्या होगी

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