प्रवर्तन निदेशालय ने सीहोर, भोपाल और मुरैना में मारा छापा, 15 सदस्यीय टीम कर रही जांच
भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह मध्यप्रदेश के सीहोर में स्थित जयश्री गायत्री फूड फैक्टरी पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खाद्य उत्पादों की विदेशों में आपूर्ति करने के आरोप में की गई। ईडी ने कंपनी के सीहोर के अलावा भोपाल और मुरैना स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी की। यह फैक्टरी पनीर समेत कई खाद्य उत्पादों का निर्माण करती है और इसके उत्पाद 27 देशों में निर्यात किए जाते हैं।
कैसे हुई छापेमारी?
ईडी की 15 सदस्यीय टीम ने बुधवार सुबह 10:15 बजे केंद्रीय पुलिस रिजर्व बल (सीआरपीएफ) के साथ सीहोर-रातीबड़ भोपाल मार्ग पर स्थित ग्राम पिपलिया मीरा में जयश्री गायत्री फूड फैक्टरी पर दबिश दी। साथ ही, कंपनी संचालक के घर पर भी जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, छह माह पहले राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने भी इस कंपनी पर छापेमारी की थी। ईडी की मौजूदा कार्रवाई में यह सामने आया है कि कंपनी द्वारा विदेशों को भेजे जाने वाले उत्पादों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं।
फर्जी प्रमाण पत्र और अमानक उत्पादों की शिकायत
ईडी की छानबीन में यह भी सामने आया कि विदेशों में भेजे जाने वाले उत्पादों के प्रमाण पत्र फर्जी थे, जिससे खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ। इसके अलावा, विदेशों की कई एजेंसियों ने केंद्र सरकार से शिकायत की थी कि जयश्री गायत्री फूड फैक्टरी के उत्पाद अमानक हैं और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
15 सदस्यीय टीम जांच में जुटी
ईडी की 15 सदस्यीय टीम इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। टीम के साथ सीआरपीएफ भी तैनात है। जांच के दौरान ईडी की टीम ने फैक्टरी के भोपाल और मुरैना स्थित कार्यालयों पर भी छापेमारी की।
मुरैना में स्थित जयश्री गायत्री फूड फैक्टरी के प्रबंधक के मूल निवास पर ताले तोड़कर तलाशी ली गई। इसके अलावा, सीहोर के जंगली अहाता क्षेत्र में पारस विहार फेस टू में भी जांच की जा रही है। ईडी की टीम फैक्टरी से जुड़े सभी ठिकानों पर जांच-पड़ताल में जुटी हुई है।
स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई जानकारी
दिलचस्प बात यह है कि इस छापेमारी के बारे में ईडी ने स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। यह छापा अचानक और गोपनीय तरीके से डाला गया, जिससे किसी भी प्रकार की सूचना लीक होने की संभावना को खत्म किया जा सके।
आगे की कार्रवाई
ईडी इस पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि कंपनी दोषी पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।