जबलपुर/सागर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में मंगलवार को सेंट गेब्रियल स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से अफरा-तफरी मच गई। स्कूल में बच्चों और स्टाफ को जल्दबाजी में घर भेज दिया गया। वहीं, कामायनी एक्सप्रेस में भी बम होने की सूचना के बाद ट्रेन को बीना स्टेशन पर रोक दिया गया और कड़ी तलाशी ली गई। हालांकि, दोनों घटनाओं में बाद में कोई धमकी या बम नहीं मिला, जिसे अफवाह बताया जा रहा है।
सेंट गेब्रियल स्कूल में बम धमकी
रांझी क्षेत्र स्थित सेंट गेब्रियल स्कूल के प्राचार्य को मंगलवार सुबह करीब 10:40 बजे एक मेल मिला, जिसमें लिखा था कि स्कूल में बम रखा गया है और कुछ समय बाद विस्फोट हो सकता है। मेल भेजने वाले ने खुद को प्रभाकर बताया। उस समय स्कूल में छठी से आठवीं कक्षा के लगभग 1000 बच्चे उपस्थित थे, क्योंकि परीक्षा चल रही थी। धमकी के बाद तुरंत रांझी थाना पुलिस और बम निरोधक दस्ता (BDS) मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्कूल से किसी भी प्रकार के बम का पता नहीं चलने पर इसे अफवाह मान लिया और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सभी बच्चे सुरक्षित हैं, और स्कूल में कोई घटना नहीं हुई है।
इस घटना के बाद पास ही स्थित सेंट जोसेफ स्कूल की छुट्टी कर दी गई, क्योंकि सुरक्षा कारणों से वहां भी एहतियात बरती गई।
कामायनी एक्सप्रेस में बम की सूचना
इसी दिन, बनारस से लोकमान्य तिलक टर्मिनस जा रही कामायनी एक्सप्रेस में भी बम होने की सूचना मिली, जिससे ट्रेन को बीना स्टेशन पर रोक लिया गया। सूचना मिलने पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF), सरकारी रेलवे पुलिस (GRP), और स्थानीय पुलिस की टीमों ने मिलकर ट्रेन के सभी डिब्बों की तलाशी ली। बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंचा और तलाशी के दौरान कोई बम नहीं मिला। इसके बाद ट्रेन को डायवर्टेड रूट पर भेजा गया और वह निर्धारित समय से करीब पांच घंटे की देरी से बीना स्टेशन पहुंची।
सुरक्षा और जांच
दोनों घटनाओं में कोई भी गंभीर स्थिति उत्पन्न नहीं हुई, लेकिन पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने इसे अफवाह मानते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया और यह सुनिश्चित किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़े उपाय किए जाएं।
यह घटनाएं सुरक्षा को लेकर चिंता का कारण बनीं, लेकिन समय रहते इनकी सही जांच की गई और स्थिति नियंत्रण में रही।