भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने “लाड़ली बहना योजना” के तहत 1.27 करोड़ बहनों के खातों में राशि अंतरित की। इस कार्यक्रम में प्रदेश की प्रमुख हस्तियों और महिला सशक्तिकरण से जुड़े संगठनों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण पर बल दिया और कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां मातृसत्ता को स्वीकार किया गया है।
महिलाओं के सशक्तिकरण का युग
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत की सर्वोच्च संवैधानिक पद की जिम्मेदारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों में है। उन्होंने बताया कि भोपाल में हाल ही में जिस अस्पताल का शुभारंभ उन्होंने किया, उसकी प्रमुख डॉक्टर भी महिला हैं, जिन्होंने 5000 से अधिक परिवारों को संतान सुख प्रदान किया है। यही नहीं, इस क्षेत्र की विधायक कृष्णा गौर भी एक महिला हैं, और पार्षद भी महिला हैं। उन्होंने इसे महिलाओं के बढ़ते प्रभाव और सशक्तिकरण का सटीक उदाहरण बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी संस्कृति में महिलाएं देवी स्वरूप मानी जाती हैं। मां सरस्वती हमें ज्ञान देती हैं, मां लक्ष्मी समृद्धि प्रदान करती हैं, और मां दुर्गा शक्ति की प्रतीक हैं। हमारी परंपरा मातृसत्ता को सम्मान देती है, और इसी कारण भारत में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।”
महिलाओं को 50% आरक्षण और 2029 के चुनावों में 33% प्रतिनिधित्व
महिला सशक्तिकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि 2029 के चुनावों में लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33% आरक्षण मिलेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि महिलाओं को उनके अधिकारों का पूरा सम्मान मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के लिए 33% आरक्षण को बढ़ाकर 35% करने की पहल की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी सरकार महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।


महिला उद्यमिता और आर्थिक सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में आर्थिक तौर पर महिलाएं पहले से कहीं अधिक सशक्त हो रही हैं। सरकार ने महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए विभिन्न योजनाओं में विशेष छूट और अनुदान प्रदान किए हैं। औद्योगिकीकरण के बल पर जीआईएस और क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलनों में भी महिलाओं को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
उन्होंने बताया कि 5 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों से 62 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं, जो विभिन्न प्रकार के व्यवसाय और उत्पाद निर्माण में संलग्न हैं। उन्होंने इन महिलाओं के उत्पादों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने और उनकी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
रक्षा बंधन की तर्ज पर हर महीने बहनों के खाते में राशि
मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि रक्षा बंधन के अवसर पर भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार हर महीने बहनों के खाते में राशि डालकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री ने किया ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रदर्शनी का शुभारंभ
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी में लगे स्टॉल्स का अवलोकन किया और वहां मौजूद महिलाओं से संवाद किया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने भोपाल शहर में संचालित होने वाले चलित जैविक हाट बाजार के तीन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश सरकार की मंत्री निर्मला भूरिया, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा और भगवान दास सबनानी, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत तुलसी का पौधा भेंट कर किया गया।

महिलाएं संभाल रही मुख्यमंत्री की सुरक्षा
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सुरक्षा और उनके काफिले (कारकेड) की पूरी व्यवस्था महिला अधिकारियों द्वारा संभाली गई। इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निभाने के लिए महिला अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी।
- मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की कमान: उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) सुश्री बिट्टू शर्मा ने संभाली।
- मुख्यमंत्री के काफिले का प्रमुख वाहन: इंस्पेक्टर सुश्री इरशाद अली द्वारा चलाया गया।
- कारकेड सुरक्षा: सपना सहित अन्य महिला चालकों की टीम ने संभाली।
- ओएसडी (अंडर सेक्रेटरी): सुश्री श्रीलेखा श्रोत्रिय ने यह दायित्व निभाया।
- प्रेस अधिकारी: श्रीमती बिंदू सुनील और सुश्री सोनिया परिहार ने मीडिया प्रबंधन की जिम्मेदारी ली।
यह पहल प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्थाओं में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाती है और महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने की बात दोहराई। लाड़ली बहना योजना, महिलाओं के लिए 50% आरक्षण, स्वयं सहायता समूहों के विस्तार और औद्योगिक छूट जैसी योजनाएं यह साबित करती हैं कि सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि जब महिलाएं सशक्त होंगी, तो भारत भी सशक्त और विकसित राष्ट्र बनेगा।
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