नई दिल्ली।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने आज राष्ट्रपति भवन में भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में राष्ट्रपति सुबियांतो ने प्रधानमंत्री मोदी से गले मिलकर आत्मीय स्वागत किया। वह भारत में 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आए हैं। सुबियांतो गुरुवार रात नई दिल्ली पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत विदेश राज्य मंत्री पावित्रा मार्गेरिटा ने किया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का गणतंत्र दिवस में भागीदारी
राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो, इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति हैं, जो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। इससे पहले, इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि बने थे। सुबियांतो की यात्रा को भारत और इंडोनेशिया के बीच रिश्तों को और मजबूत करने के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

भारत-इंडोनेशिया के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा
राष्ट्रपति सुबियांतो की भारत यात्रा के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, खासकर रक्षा और कूटनीति के क्षेत्र में। सूत्रों के अनुसार, इंडोनेशिया भारत से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें खरीदने की योजना बना रहा है, और यह मुद्दा उनकी यात्रा के दौरान चर्चा का हिस्सा हो सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है, जो विश्व में सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइलों में से एक मानी जाती है। इस संदर्भ में दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है।
गणतंत्र दिवस परेड में इंडोनेशियाई दल की भागीदारी
रविवार को इंडोनेशिया का 352 सदस्यीय मार्चिंग और बैंड दल भारत के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेगा। यह पहली बार होगा जब इंडोनेशिया का दल विदेश में आयोजित राष्ट्रीय दिवस परेड में शामिल होगा, जो इस यात्रा की महत्वपूर्ण कूटनीतिक पहल को और भी अहम बनाता है।

भारत-इंडोनेशिया संबंधों में सुधार
भारत और इंडोनेशिया के द्विपक्षीय संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में तेजी से सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में इंडोनेशिया की यात्रा की थी, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए थे। राष्ट्रपति सुबियांतो और प्रधानमंत्री मोदी के बीच पहले भी संवाद हो चुका है। जब सुबियांतो राष्ट्रपति बने थे, तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर भारत-इंडोनेशिया संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में कई पहल की थी। इसके अलावा, दोनों नेताओं ने 2024 में ब्राजील के रियो डी जेनेरो में आयोजित होने वाली जी20 सम्मेलन के दौरान भी मुलाकात की थी।
भविष्य में मजबूत होते भारत-इंडोनेशिया रिश्ते
राष्ट्रपति सुबियांतो की यात्रा से भारत-इंडोनेशिया रिश्तों को और बल मिलेगा। यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक, कूटनीतिक और रक्षा सहयोग को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगी। गणतंत्र दिवस के इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की उपस्थिति दोनों देशों के रिश्तों के नए अध्याय की शुरुआत है, और यह साबित करता है कि भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों में अब एक नई रणनीतिक दिशा आ रही है।