मुंबई। यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ में की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर शुरू हुए विवाद में मंगलवार को एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया, जब शो से जुड़े सभी पांच प्रमुख पैनलिस्ट महाराष्ट्र साइबर पुलिस के सामने पेश हुए। इस लिस्ट में मशहूर यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया, हास्य कलाकार समय रैना, अपूर्व मुखीजा, जसप्रीत सिंह, और आशीष चंचलानी शामिल रहे। इन सभी ने दक्षिण मुंबई के कफ परेड स्थित महाराष्ट्र साइबर कार्यालय में अपने बयान दर्ज कराए।
क्या है मामला?
‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ एक चर्चित यूट्यूब शो है, जो विभिन्न सोशल मुद्दों और ट्रेंड्स पर चर्चा करता है। हाल ही के एक एपिसोड में कथित तौर पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं, जिन्हें लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई संगठनों और नागरिकों ने इस एपिसोड को समाज की गरिमा और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
इसके बाद महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत जांच शुरू की।
कैसे हुई कार्रवाई?
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने सभी पैनलिस्टों को पहले ही तीन बार समन जारी कर मुंबई में उपस्थित होने के लिए कहा था। पिछले सप्ताह रणवीर अल्लाहबादिया समन के बावजूद बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचे थे, जिससे पुलिस की सख्ती बढ़ गई थी।
मंगलवार को सभी पांचों पैनलिस्ट साइबर पुलिस कार्यालय पहुंचे और उन्होंने एक-एक कर अपना बयान दर्ज कराया। अपूर्व मुखीजा ने सबसे पहले बयान दिया और फिर दफ्तर से बाहर निकल गईं। इसके बाद समय रैना, रणवीर अल्लाहबादिया, जसप्रीत सिंह और आशीष चंचलानी ने भी अपना पक्ष रखा।
बयान के दौरान क्या हुआ?
पुलिस ने पूछताछ में यह जानने की कोशिश की कि विवादित टिप्पणी किसकी ओर से की गई थी, क्या स्क्रिप्ट पूर्वनिर्धारित थी या सब कुछ अनप्लांड था, और क्या सभी पैनलिस्ट इस टिप्पणी से सहमत थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सभी पैनलिस्टों ने सहयोगात्मक रवैया दिखाया और जांच में मदद का भरोसा दिया। फिलहाल बयान दर्ज करने के बाद आगे की जांच की जा रही है, जिसमें डिजिटल फुटेज, एडिटिंग से जुड़े लोग और प्रोडक्शन टीम भी रडार पर आ सकती है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस पूरे प्रकरण ने सोशल मीडिया पर दो खेमे बना दिए हैं — एक ओर शो के फैंस इसे ‘फ्री स्पीच’ का मामला बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे सीमाओं से बाहर गई अभिव्यक्ति मानते हैं।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून के अनुसार जांच की जा रही है, और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ विवाद: रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना और अन्य पैनलिस्टों ने साइबर पुलिस के सामने दर्ज कराया बयान
मुंबई। यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ में की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर शुरू हुए विवाद में मंगलवार को एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया, जब शो से जुड़े सभी पांच प्रमुख पैनलिस्ट महाराष्ट्र साइबर पुलिस के सामने पेश हुए। इस लिस्ट में मशहूर यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया, हास्य कलाकार समय रैना, अपूर्व मुखीजा, जसप्रीत सिंह, और आशीष चंचलानी शामिल रहे। इन सभी ने दक्षिण मुंबई के कफ परेड स्थित महाराष्ट्र साइबर कार्यालय में अपने बयान दर्ज कराए।
क्या है मामला?
‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ एक चर्चित यूट्यूब शो है, जो विभिन्न सोशल मुद्दों और ट्रेंड्स पर चर्चा करता है। हाल ही के एक एपिसोड में कथित तौर पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं, जिन्हें लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई संगठनों और नागरिकों ने इस एपिसोड को समाज की गरिमा और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
इसके बाद महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत जांच शुरू की।
कैसे हुई कार्रवाई?
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने सभी पैनलिस्टों को पहले ही तीन बार समन जारी कर मुंबई में उपस्थित होने के लिए कहा था। पिछले सप्ताह रणवीर अल्लाहबादिया समन के बावजूद बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचे थे, जिससे पुलिस की सख्ती बढ़ गई थी।
मंगलवार को सभी पांचों पैनलिस्ट साइबर पुलिस कार्यालय पहुंचे और उन्होंने एक-एक कर अपना बयान दर्ज कराया। अपूर्व मुखीजा ने सबसे पहले बयान दिया और फिर दफ्तर से बाहर निकल गईं। इसके बाद समय रैना, रणवीर अल्लाहबादिया, जसप्रीत सिंह और आशीष चंचलानी ने भी अपना पक्ष रखा।
बयान के दौरान क्या हुआ?
पुलिस ने पूछताछ में यह जानने की कोशिश की कि विवादित टिप्पणी किसकी ओर से की गई थी, क्या स्क्रिप्ट पूर्वनिर्धारित थी या सब कुछ अनप्लांड था, और क्या सभी पैनलिस्ट इस टिप्पणी से सहमत थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सभी पैनलिस्टों ने सहयोगात्मक रवैया दिखाया और जांच में मदद का भरोसा दिया। फिलहाल बयान दर्ज करने के बाद आगे की जांच की जा रही है, जिसमें डिजिटल फुटेज, एडिटिंग से जुड़े लोग और प्रोडक्शन टीम भी रडार पर आ सकती है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस पूरे प्रकरण ने सोशल मीडिया पर दो खेमे बना दिए हैं — एक ओर शो के फैंस इसे ‘फ्री स्पीच’ का मामला बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे सीमाओं से बाहर गई अभिव्यक्ति मानते हैं।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून के अनुसार जांच की जा रही है, और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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