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May 17, 2025 11:07 AM

पाक नागरिकों को भारत छोड़ने की डेडलाइन खत्म, नहीं लौटे तो होगी 3 साल की सजा या जुर्माना

  • पाकिस्तानी नागरिक को वीजा डेडलाइन के बाद भारत में रुकने की अनुमति नहीं होगी
  • डेडलाइन के बाद रुके पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी

नई दिल्ली । भारत में मेडिकल वीजा समेत विभिन्न श्रेणियों में आए पाकिस्तानी नागरिकों के लिए आज (29 अप्रैल) भारत छोड़ने की अंतिम तिथि है। केंद्र सरकार की सख्ती के बाद अब किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को वीजा डेडलाइन के बाद भारत में रुकने की अनुमति नहीं होगी, चाहे वह इलाज के लिए आया हो या किसी और वजह से। डेडलाइन पार करने वालों पर तीन साल तक की जेल या तीन लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। केंद्र सरकार ने 27 अप्रैल को नोटिस जारी कर स्पष्ट किया था कि डेडलाइन के बाद रुके पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। केवल डिप्लोमैट्स और लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) होल्डर्स को इस आदेश से छूट दी गई है।

14 श्रेणियों के वीजा रद्द, 30 अप्रैल तक डिप्लोमैट्स भी देश छोड़ेंगे

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी थी कि पाकिस्तान को दिए गए 14 प्रकार के वीजा रद्द किए जा रहे हैं। इनमें 12 वीजा कैटेगरीज के होल्डर्स को 27 अप्रैल, SAARC वीजा वालों को 26 अप्रैल, और मेडिकल वीजा धारकों को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावा पाकिस्तान हाई कमीशन के डिफेंस, नेवी और एयरफोर्स अटैचियों को ‘अनवॉन्टेड पर्सन’ घोषित किया गया है। इन्हें 30 अप्रैल तक भारत छोड़ना होगा।

हरियाणा में 710 पाकिस्तानी नागरिकों में से सिर्फ 72 लौटे

खुफिया एजेंसियों ने सबसे अधिक गतिविधि हरियाणा में दर्ज की है। राज्य की CID रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक महीने में 250 पाकिस्तानी नागरिक राज्य में दाखिल हुए, जिनमें से अधिकांश की लोकेशन हिसार, रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम और नूंह में मिली है। इनके साथ पहले से रह रहे लोगों को मिलाकर कुल 710 पाकिस्तानी नागरिक हरियाणा में मौजूद हैं, लेकिन अब तक सिर्फ 72 ने ही भारत छोड़ा है। अब पुलिस विभाग ने इनकी धरपकड़ तेज कर दी है, ताकि इन्हें जल्द से जल्द वतन भेजा जा सके।

गुजरात में 6500 से अधिक हिरासत में, बांग्लादेशी होने का संदेह

पाकिस्तानी नागरिकों के साथ-साथ बांग्लादेशियों की भी पहचान और कार्रवाई तेज़ कर दी गई है। गुजरात में अब तक 1700 से अधिक बांग्लादेशी हिरासत में लिए जा चुके हैं, और करीब 6500 लोगों को केवल शक के आधार पर रोक लिया गया है। सभी की नागरिकता जांच की जा रही है। छत्तीसगढ़ में एक पाकिस्तानी भाई-बहन को गिरफ्तार किया गया है, जो वैध वीजा और पासपोर्ट के बावजूद फर्जी वोटर आईडी बनवाकर रह रहे थे। इन पर केस दर्ज कर लिया गया है।

बाड़मेर में पाकिस्तानी हिंदू परिवार ने लगाई गुहार – “हमें वापस मत भेजो”

राजस्थान के बाड़मेर में 26 अप्रैल को एक पाकिस्तानी हिंदू परिवार ने DM ऑफिस पहुंचकर भारत में रहने की अनुमति मांगी। इस परिवार में 6 महिलाएं, 5 बच्चे और 7 पुरुष शामिल हैं। उन्होंने कहा, “हमने पाकिस्तान में सब कुछ बेचकर भारत में रहने की आस में यहां कदम रखा है। हमारे बच्चे भी अब यहीं पढ़ना और बसना चाहते हैं। हमें वापस मत भेजिए।” भारत सरकार की यह सख्ती पहलगाम आतंकी हमले और लगातार सीमा पार गतिविधियों को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाया गया एक अहम कदम माना जा रहा है।

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