- शोपियां, कुलगाम, पुलवामा में आतंकियों के घरों को निशाना बनाया गया
- आतंकियों को पनाह देने वालों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है
- सुरक्षाबलों ने आतंकियों के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया
जम्मू। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू हो गई है। सुरक्षाबलों ने घाटी के कुलगाम जिले के कैमोह क्षेत्र के थोकरपोरा गांव से दो संदिग्ध सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही शोपियां, कुलगाम और पुलवामा जिलों में कई आतंकियों के ठिकानों पर भी ताबड़तोड़ छापेमारी हुई है।
पहलगाम के गुनहगारों के घर मलबे में तब्दील
पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के दोषियों को बचाने वालों पर भी कार्रवाई तेज हो गई है। लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों – आसिफ शेख और आदिल ठोकर – के घरों को सुरक्षाबलों ने तलाशी के दौरान बरामद विस्फोटकों के फटने से जमींदोज कर दिया। त्राल में आसिफ का घर और बिजबिहाड़ा में आदिल का घर ध्वस्त हो गया। सूत्रों के अनुसार, दोनों आतंकियों की पहचान प्रत्यक्षदर्शियों के बताए विवरण के आधार पर बनी स्केच और तस्वीरों से की गई थी।
गलत रास्ते पर चले आसिफ और आदिल
आसिफ शेख ने 2017-18 में पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ली थी और 2022 से घाटी में सक्रिय था। वहीं आदिल ठोकर 2018 में वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान भागा, ट्रेनिंग ली और फिर कश्मीर लौटकर युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती कराने लगा। दोनों आतंकवादी पहलगाम हमले में शामिल थे, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
‘मेरा भाई मुजाहिदीन, परिवार को सजा क्यों?’
आतंकी आसिफ शेख की बहन यासमीना ने मलबे के ढेर के पास रोते हुए कहा, “मेरा भाई मुजाहिदीन है लेकिन परिवार को क्यों दंडित किया जा रहा है?” उसने बताया कि उनका अपने भाई से 2021 के बाद कोई संपर्क नहीं रहा। यासमीना ने कहा कि आसिफ ने उनके दिव्यांग पिता और पूरे परिवार को बेसहारा छोड़ दिया था।
शोपियां और कुलगाम में आतंकियों के घर उड़ाए
शोपियां के चोटीपोरा में लश्कर कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के क्विमोह में आतंकी जाकिर गनी के घरों को भी आईईडी धमाके से ध्वस्त कर दिया गया। शाहिद और जाकिर दोनों घाटी में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में सक्रिय थे। पहलगाम हमले के बाद से अब तक पांच आतंकियों के घरों को सुरक्षा बलों ने नेस्तनाबूद कर दिया है।
“जहां भी छिपे हैं, खत्म किए जाएंगे” – एलजी मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से मुलाकात कर सुरक्षा हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की जड़ें पूरी तरह से उखाड़ फेंकी जाएंगी। जो भी आतंकी या उनके मददगार बचने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें ढूंढकर सजा दी जाएगी। सेना, पुलिस और सुरक्षाबलों को इस अभियान में पूरा समर्थन है।