भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 के लिए नया लोगो जारी किया है, जिसमें प्रदेश की सांस्कृतिक और प्राकृतिक पहचान को उकेरा गया है। इस बार समिट की थीम ‘अनंत संभावनाएं’ (Infinite Possibilities) रखी गई है, जो मध्यप्रदेश में निवेश के असीम अवसरों को दर्शाती है।
लोगो में दिखी मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक और प्राकृतिक छवि
इस नए लोगो में महाकाल मंदिर और टाइगर को प्रमुखता दी गई है, जो प्रदेश की आध्यात्मिक और वन्यजीव पहचान को दर्शाता है। इसके अलावा, मेट्रो, सांची स्तूप और इंडस्ट्री के प्रतीक चिन्ह भी जोड़े गए हैं, जिससे प्रदेश की विकास यात्रा को प्रदर्शित किया गया है।
गुजरात के ‘वाइब्रेंट गुजरात’ का लोगो तैयार करने वाली कंपनी ने ही ‘GIS 2025’ का लोगो भी डिजाइन किया है। इस लोगो का डिज़ाइन इस प्रकार बनाया गया है कि इनफिनिटी (∞) चिन्ह प्रदेश के पहले अक्षर ‘M’ जैसा दिखाई देता है, जिससे राज्य की आर्थिक और औद्योगिक क्षमता को प्रदर्शित किया गया है।
समिट होगी पूरी तरह कार्बन न्यूट्रल
सरकार ने इस बार समिट को ‘ग्रीन समिट’ बनाने का फैसला किया है। पूरा आयोजन सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इसके लिए मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली खरीदेगा। समिट के दौरान पूरी ऊर्जा खपत सौर ग्रिड से आपूर्ति की जाएगी, जिससे आयोजन पूरी तरह कार्बन न्यूट्रल होगा।
मोदी और शाह की उपस्थिति से बढ़ेगा निवेशकों का भरोसा
24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी GIS समिट 2025 का उद्घाटन करेंगे, जबकि 25 फरवरी को गृह मंत्री अमित शाह समापन सत्र में शामिल होंगे। सरकार का मानना है कि इन दोनों शीर्ष नेताओं की मौजूदगी से निवेशकों का भरोसा और अधिक मजबूत होगा।
समिट में विभिन्न क्षेत्रों पर होगा फोकस
GIS समिट 2025 में विभिन्न सेक्टर्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिनमें रिन्युएबल एनर्जी, शहरी विकास, आईटी, एमएसएमई और स्टार्टअप शामिल हैं। इस समिट के दौरान सरकार निवेशकों को मध्यप्रदेश में उपलब्ध सुविधाओं और नीति सुधारों की जानकारी देगी।
मध्यप्रदेश में समिट के लोगो में हुआ बदलाव
मध्यप्रदेश में बीते छह वर्षों में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में तीन बार लोगो बदला गया है। पहले 2016 में चक्र के भीतर प्रदेश का नक्शा दिखाया गया था, 2019 में टाइगर स्टेट की छवि प्रस्तुत की गई, जबकि 2023 में ‘लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी’ थीम के साथ चक्र के अंदर कृषि, खेल, आईटी और अन्य क्षेत्रों के प्रतीक जोड़े गए थे। इस बार ‘अनंत संभावनाएं’ की थीम के साथ नया लोगो लाया गया है, जो राज्य के भविष्य की व्यापक संभावनाओं को दर्शाता है।
गुजरात से मिली प्रेरणा, लेकिन एमपी का अपना अलग अंदाज
गुजरात में 2002 से इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है, जिसका लोगो और टैगलाइन ‘वाइब्रेंट गुजरात’ कभी नहीं बदला गया। वहीं, मध्यप्रदेश अपने हर समिट में नई थीम और लोगो के साथ निवेशकों को आकर्षित करने का प्रयास करता रहा है।
GIS समिट 2025 राज्य में निवेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है, जिससे मध्यप्रदेश देश के अग्रणी निवेश स्थलों में शामिल हो सके।