वॉशिंगटन। टेस्ला और स्पेसएक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने विकिपीडिया का नाम बदलने के लिए एक अरब डॉलर देने की अपनी पेशकश को अब भी बरकरार रखा है। यह पेशकश पहली बार पिछले साल तब की गई थी जब मस्क ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में विकिपीडिया को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। मस्क ने उस समय एक पोस्ट के जरिए विकिपीडिया पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह वेबसाइट अब ‘विकिपीडिया’ की जगह ‘डिकिपीडिया’ बन चुकी है, और यह अब बिकाऊ हो चुकी है।
हाल ही में एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने, जो कि ‘डोज डिजाइनर’ के नाम से जाना जाता है, मस्क की एक अरब डॉलर की पेशकश का जिक्र करते हुए एक पोस्ट साझा किया। इस पोस्ट में लिखा था, “एलन मस्क ने विकिपीडिया का नाम बदलकर ‘डिकिपीडिया’ करने के लिए एक अरब डॉलर देने की पेशकश की है।” इस पोस्ट को देखकर मस्क ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, और उन्होंने इसे स्वीकारते हुए लिखा, “यह सच है। यह पेशकश अभी भी बरकरार है।”
मस्क की यह पेशकश विकिपीडिया के संपादकीय स्वतंत्रता और उसकी निष्पक्षता पर उनके सवाल उठाने के बाद आई थी। मस्क ने पहले भी विकिपीडिया के कंटेंट और उसके संपादन को लेकर चिंता व्यक्त की थी, खासकर जब कुछ लेखों में उनके खिलाफ नकारात्मक जानकारी प्रकाशित होती है। मस्क ने यह भी कहा था कि विकिपीडिया को इस तरह से संचालित किया जा रहा है कि वह इसके संपादकीय नियंत्रण और जानकारी के स्रोतों से संतुष्ट नहीं हैं।
विकिपीडिया, जो कि एक मुफ्त ऑनलाइन एन्क्लोपीडिया है और दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं द्वारा संपादित किया जाता है, इसके बारे में मस्क का बयान और उनकी यह पेशकश सोशल मीडिया पर एक बड़ा मुद्दा बन गई थी। विकिपीडिया के सह-संस्थापक, जिमी वेल्स, ने इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि विकिपीडिया कभी भी मस्क या किसी अन्य से पैसे लेकर अपनी स्वतंत्रता और निष्पक्षता का व्यापार नहीं करेगा।
मस्क की यह एक अरब डॉलर की पेशकश अब भी एक दिलचस्प और विवादास्पद विषय बनी हुई है, खासकर उनके द्वारा संचालित अन्य प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्मों के संदर्भ में। सोशल मीडिया पर यह चर्चा अक्सर इस बात को लेकर होती है कि क्या मस्क अपनी कंपनी के फायदे के लिए विकिपीडिया जैसी सार्वजनिक सेवा का नियंत्रण अपने हाथ में लेने की कोशिश कर रहे हैं या फिर उनका यह प्रस्ताव बस एक मजाक था।
हालांकि, मस्क ने इस पेशकश को वापस लेने की कोई योजना नहीं बताई है, और उनका कहना है कि वह विकिपीडिया के नाम में बदलाव के लिए अभी भी एक अरब डॉलर देने को तैयार हैं। यह मामला आगे बढ़ने पर इंटरनेट के कंटेंट नियंत्रण और मुक्त भाषण के मुद्दों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर सकता है, खासकर जब बड़े तकनीकी कंपनियां सूचना और प्लेटफार्मों के संचालकों के रूप में अपनी शक्ति का विस्तार कर रही हैं।