- मुख्यमंत्री के नाम और शपथ को लेकर महाराष्ट्र में अभी भी संशय
- शिंदे ने कहा यदि मुख्यमंत्री नहीं बने तो वे सरकार का हिस्सा नहीं होंगे
मुंबई। महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी की महायुति को मिली प्रचंड जीत के बाद से ही इस बात पर चर्चा जारी है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है। इसी बीच एकनाथ शिंदे ने बड़ा फैसला लिया है। शिंदे ने सभी शिवसेना विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में लौटने का आदेश दिया है। दरअसल, चुनाव नतीजों के बाद शिवसेना के सभी विधायकों को तत्काल मुंबई बुलाया गया था। 24 नवंबर से ही शिवसेना के विधायक मुंबई के ताज लैंड होटल में रुके हुए हैं। इस दौरान शिवसेना विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी पर दबाव बनाने का प्रयास भी किया गया। लेकिन मुख्यमंत्री पद पर अबतक फैसला नहीं होने के कारण सभी विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्र में लौटने के लिए कहा गया है। उधर शिंदे ने कहा है कि वे सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगे। हालांकि इस बपर भाजपा की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
शपथ ग्रहण कब होगा?
एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना ने पार्टी के सभी विधायकों को अगला आदेश मिलते ही दोबारा मुंबई लौटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में नई सरकार का शपथग्रहण समारोह दिसंबर के पहले हफ्ते में हो सकता है। इसलिए माना जा रहा है कि के सीएम चेहरे को लेकर भी जल्द ही ऐलान किया जा सकता है।
किसके पास कितनी सीटें हैं?
महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन में शामिल भाजपा को 132, एनसीपी को 41 और शिवसेना को 57 सीटों (कुल 230) पर जीत हासिल हुई है। वहीं, महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (यूबीटी) को 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी (शरद चंद्र पवार) को 10 (कुल 46) सीटों पर जीत मिली है। बाकी की 12 सीटों पर अन्य दलों या फिर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जात हासिल की है।