- भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में ईडी की छापेमारी जारी
- अवैध संपत्ति और निवेश की गहन जांच, करोड़ों का सोना और नकदी पहले ही बरामद
भोपाल:
मध्यप्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उनके करीबियों से जुड़ी संपत्तियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह छापा मारा। छापेमारी भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में स्थित छह ठिकानों पर की गई। ईडी की यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज एफआईआर के आधार पर हो रही है।
ईडी की टीमों ने शुरू की जांच
शुक्रवार सुबह 5 बजे ईडी की टीमों ने भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित मकानों और जयपुरिया स्कूल के दफ्तर में छापेमारी शुरू की। मेटल डिटेक्टर और आधुनिक उपकरणों के साथ दीवारों और फर्श की जांच की गई। ग्वालियर के बहोड़ापुर इलाके में सौरभ शर्मा के घर पर भी कार्रवाई हुई। जबलपुर में उनके ससुराल और अन्य ठिकानों पर दबिश दी गई।
जबलपुर में बिल्डर रोहित तिवारी के घर छापा
ईडी ने जबलपुर के शास्त्री नगर स्थित बिल्डर रोहित तिवारी के घर भी छापा मारा। तिवारी सौरभ शर्मा के साले शुभम तिवारी के भाई हैं। बताया जा रहा है कि सौरभ ने शुभम के नाम से करोड़ों रुपए का निवेश किया है। जबलपुर में उनकी कंपनी “ओमेगा रियलकॉन प्राइवेट लिमिटेड” के जरिए कई प्रॉपर्टी डील और निर्माणाधीन कॉलोनियों का पता चला है।
ग्वालियर और भोपाल में संपत्तियों की पड़ताल
ग्वालियर में सौरभ शर्मा के घर पर पुलिस फोर्स तैनात है और ईडी दस्तावेज खंगाल रही है। भोपाल में उनके घर और दफ्तर पर छापेमारी के दौरान कई प्रॉपर्टी दस्तावेज और संदिग्ध लेनदेन के रिकॉर्ड मिले हैं। ईडी ने उनके दोस्त चेतन सिंह गौर और बहनोई रोहित तिवारी से जुड़े निवेशों की भी जांच शुरू कर दी है।
कोर्ट ने खारिज की अग्रिम जमानत याचिका
भोपाल जिला कोर्ट ने सौरभ शर्मा की अग्रिम जमानत याचिका गुरुवार को खारिज कर दी थी। कोर्ट ने माना कि मामले की गंभीरता और जांच की आवश्यकता को देखते हुए उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती। लोकायुक्त पुलिस पहले ही उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर चुकी है।
करोड़ों की संपत्ति पहले ही बरामद
19 दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापा मारकर 2.95 करोड़ रुपए नकद, दो क्विंटल चांदी, सोने-चांदी के गहने और प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए थे। इसके अलावा, एक कार से 54 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए नकद भी मिले थे।
अवैध संपत्ति और लेनदेन का जाल
सूत्रों के अनुसार, सौरभ शर्मा ने अपने करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम पर संपत्तियों और कंपनियों में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। उनकी संपत्तियों की कुल कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। ईडी की यह कार्रवाई अवैध संपत्ति और काले धन को सफेद करने के आरोपों की जांच का हिस्सा है।
ईडी की इस छापेमारी ने सौरभ शर्मा के अवैध लेनदेन और निवेश के बड़े जाल का खुलासा किया है। कार्रवाई से जुड़े दस्तावेजों और बरामद सामग्रियों की जांच के बाद कई और खुलासे होने की उम्मीद है।