संगठन में बदलाव, चुनावी रणनीति और गठबंधन को लेकर अहम मंथन
अहमदाबाद. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इन दिनों अपनी रणनीति और संगठन में बड़े बदलावों की तैयारी में जुटी हुई है। इसी कड़ी में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की 84वीं बैठक शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में शुरू हुई। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब देश में लोकसभा चुनाव की आहट सुनाई दे रही है और कांग्रेस INDIA गठबंधन के साथ मैदान में उतरने की रणनीति बना रही है।
बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार, शशि थरूर, जयराम रमेश समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। हालांकि इस बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा की अनुपस्थिति को लेकर चर्चा तेज है।
संगठन में बदलाव पर मंथन
सूत्रों के अनुसार, CWC बैठक में संगठनात्मक पुनर्गठन पर चर्चा हो रही है। कई राज्यों में कांग्रेस की इकाइयों को नए सिरे से खड़ा करने की ज़रूरत महसूस की जा रही है, खासकर उन राज्यों में जहां पार्टी का जनाधार कमजोर हुआ है। संगठनात्मक चुनावों की समीक्षा भी एजेंडा में शामिल है।



INDIA गठबंधन की रणनीति पर ज़ोर
बैठक में INDIA गठबंधन के तहत सीट शेयरिंग, प्रचार की रणनीति और आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए साझा घोषणापत्र को लेकर भी चर्चा हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की कोशिश है कि विपक्षी एकता के तहत सामूहिक नेतृत्व की छवि पेश की जाए, ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर दी जा सके।
गुजरात से संदेश देने की रणनीति
अहमदाबाद को CWC बैठक के लिए चुनना भी प्रतीकात्मक माना जा रहा है। यह राज्य बीजेपी का गढ़ है और कांग्रेस यहां से अपने राजनीतिक पुनरुत्थान का संदेश देना चाहती है। खासकर जब से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से ज़मीन पर सक्रियता दिखाई है, कांग्रेस चाहती है कि इसका असर गुजरात जैसे राज्यों में भी दिखे।
प्रियंका गांधी की गैरमौजूदगी बनी चर्चा का विषय
इस हाई-प्रोफाइल बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा की गैरमौजूदगी कई राजनीतिक अटकलों को जन्म दे रही है। हालांकि, पार्टी की ओर से इसका कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वह व्यक्तिगत कारणों से शामिल नहीं हो पाईं। इससे पहले वे भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ सक्रिय रूप से शामिल थीं।
बयानबाज़ी और प्रस्ताव
बैठक में कांग्रेस द्वारा एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है जिसमें बीजेपी सरकार की विफलताओं, आर्थिक स्थिति, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाया जाएगा। पार्टी ने पहले ही स्पष्ट किया है कि वह 2024 के चुनावों को लेकर किसी भ्रम में नहीं है और हर स्तर पर तैयारियां कर रही है।
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