भोपाल: आज मुख्यमंत्री निवास पर गौ माता के प्रति अपनी आस्था और सेवा भाव को प्रकट करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी ने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नई गौशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गौ माता को समर्पित श्लोक का वाचन किया:
“यया सर्वमिदं व्याप्तं जगत् स्थावरजङ्गमम्। तां धेनुं शिरसा वन्दे भूतभव्यस्य मातरम्॥”
उन्होंने कहा कि यह श्लोक हमें गौ माता के महत्व और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का संदेश देता है।
गौशाला की विशेषताएं
यह नई गौशाला अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें गौवंश की देखभाल के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं। गौशाला में स्वचालित दुग्ध दोहन प्रणाली, हवादार शेड, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था और जैविक खाद उत्पादन के लिए विशेष यूनिट स्थापित की गई है। साथ ही बीमार और वृद्ध गायों के लिए अलग चिकित्सा केंद्र बनाया गया है।
गौशाला में गायों के चारे के लिए हाइड्रोपोनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे उच्च पोषक तत्वों वाला चारा कम समय में उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसके अलावा, गौमूत्र और गोबर से जैविक खाद और अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंगे, जो आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती देंगे।
गौ सेवा के महत्व पर मुख्यमंत्री का संदेश
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, “गौ माता हमारे जीवन का आधार हैं। उन्होंने न केवल हमें दूध, गोबर और गौमूत्र जैसे अनमोल उत्पाद दिए हैं, बल्कि पर्यावरण संतुलन और कृषि को भी समृद्ध किया है। गौ सेवा, वास्तव में, मानवता की सेवा है।”
उन्होंने यह भी बताया कि यह गौशाला न केवल गायों की देखभाल के लिए एक मॉडल केंद्र बनेगी, बल्कि समाज में गौ रक्षा और संवर्धन के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी।


गौ संरक्षण के लिए सरकार की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य भर में गौशालाओं का विस्तार किया जा रहा है और गौवंश के लिए विशेष राहत योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गौ संरक्षण से संबंधित योजनाओं के लिए बजट में पर्याप्त प्रावधान किया गया है।
समारोह में विशेष अतिथियों की उपस्थिति
उद्घाटन समारोह में कई वरिष्ठ नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, और गौ सेवा से जुड़े संस्थान शामिल हुए। कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गौ पूजन और गौ आरती का आयोजन किया गया।
जनता से अपील
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनता से अपील की कि वे गौ माता की सेवा और संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गौशालाएं केवल गायों के संरक्षण का केंद्र नहीं, बल्कि समाज को आत्मनिर्भर और पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने का माध्यम हैं।
गौ माता की सेवा और संरक्षण के प्रति मुख्यमंत्री की इस पहल से समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा और भविष्य में गौ संरक्षण से जुड़ी योजनाओं को और अधिक मजबूती मिलेगी।
जय गौ माता।