उत्कृष्ट छात्रों को स्वर्ण पदक और उपाधियों से सम्मानित किया, शिक्षा और शोध पर दिया जोर
उज्जैन, 30 मार्च 2025 – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के 26वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और उपाधियों से सम्मानित किया। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री, विश्वविद्यालय के कुलपति, प्राध्यापकगण, शोधार्थी, छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को अपनाने की आवश्यकता – मुख्यमंत्री
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“विक्रम विश्वविद्यालय का समृद्ध इतिहास है और यह शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा है। हमें परंपरागत शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक तकनीक और नवाचारों को भी अपनाना होगा। युवाओं को रिसर्च और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए।”
उन्होंने विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति (NEP-2020) के तहत आधुनिक पाठ्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और कहा कि भारत को “ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था” बनाना हमारा लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को राज्यपाल ने दी ‘डिलिट’ उपाधि
उज्जैन, 30 मार्च 2025 – विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को मानद ‘डिलिट’ (डॉक्टर ऑफ लेटर्स) उपाधि प्रदान की। यह उपाधि उन्हें शिक्षा, संस्कृति और समाजसेवा में उल्लेखनीय योगदान के लिए दी गई।
मुख्यमंत्री ने इस सम्मान के लिए राज्यपाल और विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया और इसे प्रदेश के शिक्षाविदों और युवाओं को समर्पित किया।

उत्कृष्ट विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और उपाधियां
समारोह के दौरान विभिन्न विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
मुख्य पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में शामिल रहे:
- विज्ञान संकाय: अर्चना शर्मा (स्वर्ण पदक)
- कला संकाय: रोहित चौहान (स्वर्ण पदक)
- वाणिज्य संकाय: दीपिका मेहता (स्वर्ण पदक)
- शोध एवं पीएचडी सम्मान: डॉ. अमन वर्मा
सभी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के कुलपति और मुख्यमंत्री द्वारा उपाधि पत्र प्रदान किए गए।
दीक्षांत समारोह में अतिथियों के संबोधन
समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आशीष कुमार सिंह ने कहा,
“विक्रम विश्वविद्यालय ने हमेशा शिक्षा के नए आयाम स्थापित किए हैं और शोध के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन किया है।”
इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री ने भी छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और “मेक इन इंडिया” और “स्टार्टअप इंडिया” योजनाओं के तहत युवाओं को नवाचारों के लिए प्रेरित किया।
संस्कृति और परंपराओं का भी रहा महत्व
समारोह की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण और सरस्वती वंदना से हुई। विश्वविद्यालय ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए दीक्षांत समारोह में पारंपरिक परिधान पहनने का निर्देश दिया था, जिसे सभी विद्यार्थियों और अतिथियों ने सराहा।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने अंत में सभी स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा,
“आप सभी शिक्षा के इस महत्वपूर्ण पड़ाव को पार कर एक नए सफर की शुरुआत कर रहे हैं। अपने ज्ञान का उपयोग राष्ट्र निर्माण और समाज के विकास में करें।”
समारोह के अंत में विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
स्वदेश ज्योति के द्वारा।
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