भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के लिए देश-विदेश से आने वाले मेहमानों के ठहरने की खास तैयारियां की जा रही हैं। राजधानी के प्रमुख होटल पहले ही बुक हो चुके हैं, वहीं अत्याधुनिक टेंट सिटी का भी निर्माण किया जा रहा है। इस बीच, भोपाल की ऐतिहासिक धरोहर 126 साल पुरानी सदर मंजिल को हेरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया है, जहां इस समिट के दौरान पहली बार मेहमान रुकेंगे।
सदर मंजिल को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सात साल की मेहनत के बाद 5-स्टार होटल की तर्ज पर विकसित किया गया है। यहां 22 कमरों में से 20 कमरे बुक हो चुके हैं, जिसमें ठहरने वाले मेहमानों को नवाबी दौर की शान-ओ-शौकत का अनुभव मिलेगा। 23, 24 और 25 फरवरी को देश की नामी कंपनियों के डायरेक्टर, सीईओ और एमडी यहां ठहरेंगे। समिट के बाद इस होटल को आम जनता के लिए भी खोल दिया जाएगा।
जीआईएस से पहले हो सकता है मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन
सदर मंजिल हेरिटेज होटल को शुरू करने से पहले ट्रायल किया जा चुका है। ट्रायल के दौरान स्टाफ के परिवार के सदस्यों को यहां ठहराया गया था और खाने का स्वाद, लाइटिंग, इंटीरियर एवं अन्य सुविधाओं की जांच की गई। यह ट्रायल सफल रहा, इसलिए इसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से ही ऑपरेशनल करने का फैसला लिया गया है। संभावना है कि समिट से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव या किसी मंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जाएगा।
भोपाल के होटलों में 1600 कमरे बुक, उद्योगपति होंगे मेहमान
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भोपाल और आसपास के 60 से अधिक टू-स्टार से फाइव-स्टार होटल्स में 1600 से अधिक कमरे बुक किए गए हैं। 5-स्टार होटलों में देश के शीर्ष उद्योगपति ठहरेंगे। सदर मंजिल को भी 5-स्टार कैटेगरी में शामिल किया गया है।
सदर मंजिल में ठहरने वाले प्रमुख उद्योगपति:
- मिनेश शाह – चेयरमैन, नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड
- सुनील सिंघी – चेयरमैन, नेशनल ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड
- हरि प्रकाश – एमडी, ओमेगा पावर
- सुमित अग्रवाल
- कुमार वेंकटसुब्रह्मण
- केतल मेहता
- राहुल संघवी
- लवनीश छानना
- सतीश संडी
- प्रणव शर्मा
- विनोद भंडारी
- राहुल अवस्थी
- हरीश गुप्ता
- विपुल यादव
- आलोक बिड़ला
- शाबिर खान
- अतुल वैद्य
- राकेश मेरखेड़कर
सदर मंजिल: नवाबी दौर की ऐतिहासिक इमारत, अब हेरिटेज होटल
स्मार्ट सिटी के इंजीनियर रितेश शर्मा के अनुसार, सदर मंजिल भोपाल की ऐतिहासिक धरोहर है, जिसे बिना किसी बड़े बदलाव के पूरी तरह रेनोवेट किया गया है। यह इमारत नवाबी दौर में सपनों का महल मानी जाती थी। भारत की आजादी और भोपाल के विलीनीकरण के बाद, नगर निगम का कार्यालय इस इमारत में कई वर्षों तक संचालित होता रहा।
2017 में इसे पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर दिया गया, और 7 साल की मेहनत के बाद यह इमारत हेरिटेज होटल के रूप में तैयार हो गई। अब यह भोपाल में आने वाले पर्यटकों को एक अनूठा ऐतिहासिक अनुभव प्रदान करेगी।
समिट में लगेगा ‘एक जिला, एक उत्पाद’ एक्सपो
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ODOP) एक्सपो भी लगाया जाएगा, जिसमें मध्यप्रदेश के 38 जिलों के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।
एक्सपो की खासियतें:
- लाइव काउंटर:
- बाघ प्रिंट
- जरी जरदोजी
- बाटिक प्रिंट
- कालीन
- चंदेरी वस्त्र
- बांस उत्पाद
- बलुआ पत्थर की मूर्तियां
- जैकेट (हैंडमेड)
- प्रोसेस काउंटर:
- कारीगर लाइव मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन करेंगे।
- अतिथि और प्रतिनिधि कारीगरों के साथ अपने हाथों से उत्पाद बना सकेंगे।
- मानव संग्रहालय में विशेष कारीगरी:
- कुम्हारपुरा जोन में मिट्टी के बर्तन निर्माण का प्रदर्शन।
- टेक्निकल जोन में धातु कला का लाइव प्रदर्शन।
भोपाल की ऐतिहासिक सदर मंजिल अब एक भव्य हेरिटेज होटल के रूप में तैयार है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहली बार यहां मेहमानों को ठहराया जाएगा। नवाबी दौर की शान-ओ-शौकत को दर्शाने वाली यह इमारत 5-स्टार होटल की श्रेणी में शामिल हो गई है। समिट के बाद इसे आम पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा, जिससे भोपाल में हेरिटेज टूरिज्म को और बढ़ावा मिलेगा।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान ओडीओपी एक्सपो में भी प्रदेश के विभिन्न उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी लगेगी, जो निवेशकों और पर्यटकों को आकर्षित करेगी।