नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल की जमानत याचिका पर सुनवाई को स्थगित कर दिया है। जस्टिस विक्रम नाथ की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले की अगली सुनवाई 18 फरवरी 2025 को तय की है। सुनवाई के दौरान सीबीआई ने कोर्ट से जवाब दाखिल करने के लिए और समय की मांग की, जिसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने जमानत याचिका पर निर्णय टाल दिया।
6 दिसंबर 2024 को जारी हुआ नोटिस
सर्वोच्च न्यायालय ने 6 दिसंबर 2024 को क्रिश्चियन मिशेल के मामले में सीबीआई को नोटिस जारी किया था और उसे इस मामले में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था। मिशेल की जमानत याचिका पहले भी खारिज हो चुकी थी, और इस बार भी मामला न्यायालय में लंबित है।
जमानत याचिका पहले भी खारिज हो चुकी है
इससे पहले, सर्वोच्च न्यायालय ने 7 फरवरी 2023 को मिशेल की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सीबीआई का आरोप है कि क्रिश्चियन मिशेल ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के मामले में महत्वपूर्ण रकम पहले 2010 से पहले और बाद में हासिल की थी। इस घोटाले का कुल अनुमानित मूल्य 3600 करोड़ रुपये है, जो भारतीय रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक हेलीकॉप्टर खरीद सौदे से संबंधित है।
गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण
क्रिश्चियन मिशेल को जनवरी 2019 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था, और वह दिसंबर 2018 में दुबई से प्रत्यर्पित होकर भारत लाए गए थे। मिशेल पर आरोप है कि उसने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए पैसे दिए और इस पूरे घोटाले का हिस्सा बने। मिशेल की गिरफ्तारी के बाद, सीबीआई और ईडी दोनों ही इस मामले में छानबीन कर रहे हैं।
चार्जशीट और आरोप
23 अक्टूबर 2020 को कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दायर की गई दूसरी पूरक चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। इस चार्जशीट में कुल 13 लोगों को आरोपित बनाया गया है। इसके बाद 19 सितंबर 2020 को सीबीआई ने इस मामले में अपनी पहली पूरक चार्जशीट दाखिल की थी। इस मामले में मिशेल समेत कई अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है, और वे विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित हैं, जिसमें भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला 2010 के आसपास हुआ था, जब भारतीय सरकार ने 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ करार किया था। यह सौदा 3600 करोड़ रुपये का था। हालांकि, बाद में यह खुलासा हुआ कि इस सौदे में कई अधिकारियों और दलालों ने रिश्वत के तौर पर भारी रकम ली थी। यह घोटाला भारत में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला बन गया और कई उच्च स्तरीय अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे।
इस मामले में क्रिश्चियन मिशेल को अहम आरोपी माना जाता है, और उनकी जमानत याचिका के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई अभी लंबित है। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में जांच का सिलसिला अभी भी जारी है, और मामले में नई जानकारियों के सामने आने की संभावना बनी हुई है।