नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के आठवें दिन शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय के कार्यों पर हुई चर्चा का जवाब दिया। अपने संबोधन में उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और विपक्ष की आलोचना का करारा जवाब दिया। शाह ने कहा कि इस चर्चा के दौरान कई सुझाव आए, सरकार की कमियों की ओर ध्यान दिलाया गया और कुछ राजनीतिक बयानबाजी भी हुई। उन्होंने कहा कि वह संसदीय भाषा में सभी बिंदुओं पर जवाब देने की कोशिश करेंगे।
आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद पर कड़ा प्रहार
अमित शाह ने अपने भाषण में बताया कि 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी थी, तब देश आतंकवाद, नक्सलवाद और पूर्वोत्तर में उग्रवाद जैसी समस्याओं से जूझ रहा था। पिछली सरकारों के दौरान ये समस्याएँ नासूर बन चुकी थीं, लेकिन बीते 10 वर्षों में सरकार ने इन पर निर्णायक प्रहार किया है।
शाह के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में 70% की कमी आई है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की प्रभावी रणनीति और कड़े फैसलों का परिणाम है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों के दौरान कश्मीर में सिनेमाहॉल तक नहीं खुलते थे, लेकिन 2019 में धारा 370 हटाए जाने के बाद हालात बदल गए। अब वहां जी-20 बैठक तक आयोजित की गई, जिसमें दुनियाभर के राजनयिकों ने हिस्सा लिया।

‘काला चश्मा पहन कर विकास नहीं दिखेगा’
अपने संबोधन में अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार से पूछते हैं कि धारा 370 हटाने का क्या असर हुआ। शाह ने जवाब दिया कि जो सच में देखना चाहते हैं, उन्हें कश्मीर जाकर देखना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “हिसाब उनको दिया जाता है जिनकी नजरें साफ हों। जो काला चश्मा पहनकर बैठे हैं, उन्हें विकास नहीं दिखेगा।”
‘हम आतंकियों की आँखों के बीच गोली मारते हैं’
अमित शाह ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का जिक्र करते हुए उन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता कश्मीर में पदयात्रा कर रहे थे और कह रहे थे कि दूर से एक आतंकी दिखाई दिया। इस पर शाह ने कटाक्ष किया, “भाई, जिनकी नजर में हर जगह आतंकवादी हैं, तो उन्हें सपने में भी आतंकी नजर आएंगे और कश्मीर में भी।”
शाह ने साफ कहा कि मोदी सरकार आतंकवाद को न तो सहन करती है और न ही आतंकियों को बख्शती है। उन्होंने गर्व के साथ कहा, “हम आतंकवादियों को देखते ही उनकी आँखों के बीच गोली मारते हैं।”
मोदी सरकार में देश की सुरक्षा सर्वोपरि
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में 80% से ज्यादा क्षेत्रों में नक्सलवाद को खत्म कर दिया है। पूर्वोत्तर में उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है और अब वहाँ शांति और विकास का दौर शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित हाथों में है और सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगी। संसद में दिए गए उनके इस भाषण के दौरान भाजपा सांसदों ने ज़ोरदार तालियाँ बजाकर समर्थन जताया।
अमित शाह के इस भाषण ने साफ कर दिया कि मोदी सरकार आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ पूरी तरह सख्त रुख अपनाए हुए है। साथ ही, उन्होंने विपक्ष पर भी तीखा हमला बोलते हुए साफ कर दिया कि जो कश्मीर की बदली हुई तस्वीर नहीं देखना चाहते, उन्हें कोई भी समझा नहीं सकता।