इस्लामाबाद/नई दिल्ली: भारत द्वारा हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए एयरस्ट्राइक में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्यों की मौत हो गई है। भारतीय खुफिया सूत्रों और पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय ‘मरकज़ शुभान अल्लाह’ को रात 1:15 बजे सबसे पहले निशाना बनाया गया।
इस मरकज़ को जैश-ए-मोहम्मद की आतंकी गतिविधियों का केंद्र माना जाता है, जहां अजहर के परिवार के कई सदस्य रहते थे और संगठन से जुड़े रणनीतिक कार्यों में सक्रिय थे। मारे गए लोगों में मसूद अजहर के दो भाई, एक भतीजा, भांजे और अन्य नजदीकी रिश्तेदार शामिल हैं।
🔴 ऑपरेशन का निशाना क्यों बना बहावलपुर का मरकज़ शुभान अल्लाह?
भारत को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड ने इसी ठिकाने से हमले की योजना बनाई थी। जैश के प्रमुख आतंकी यहीं से फिदायीन दस्तों को ट्रेनिंग दे रहे थे। मरकज़ में मसूद अजहर, उसका भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर और भतीजा उस्मान अजहर अक्सर रणनीति तैयार करते थे।
🔥 ऑपरेशन सिंदूर: कैसे हुआ हमला?
- भारतीय वायुसेना के सटीक मिसाइल हमलों में बहावलपुर, मुरीदके, कोटली, गुलपुर, सियालकोट और मुजफ्फराबाद जैसे ठिकानों को रात 1:05 से 1:44 बजे तक निशाना बनाया गया।
- बहावलपुर में पहला और सबसे बड़ा हमला हुआ, जहां जैश का ठिकाना पूरी तरह ध्वस्त हो गया।
- भारतीय सेना और वायुसेना की संयुक्त कार्रवाई में “स्टैंड-ऑफ वेपन्स”, स्मार्ट बम और लाइटनिंग मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया।

📢 भारत ने क्या कहा?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा:
“हमने पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड को उसी की जमीन पर जवाब दिया है। ये सिर्फ हमला नहीं, न्याय की शुरुआत है।”
🛑 पाकिस्तान का विरोध और झूठे दावे
पाकिस्तान ने एक तरफ दावा किया कि भारत ने रिहायशी इलाकों पर हमला किया, वहीं दूसरी तरफ लगातार हताहतों की संख्या बदलते हुए दिखा। लेकिन जैश के मरकज़ पर हमले में मसूद अजहर के परिवार की मौत की पुष्टि से पाकिस्तान पर आतंक को शरण देने का आरोप और गहराता जा रहा है।
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भारत की यह कार्रवाई सिर्फ जवाब नहीं, एक स्पष्ट संदेश है— आतंक की जमीन अब किसी के लिए सुरक्षित नहीं। मसूद अजहर के परिवार को हुआ यह नुकसान सिर्फ जैश के लिए नहीं, पूरे आतंक नेटवर्क के लिए एक चेतावनी है।
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