मेदांता द मेडिसिटी और पीजीआईएमईआर को भी वैश्विक सूची में सम्मान
नई दिल्ली। भारत की स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक मंच पर एक बड़ी पहचान मिली है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली को न्यूज़वीक और स्टेटिस्टा द्वारा 2024 की वर्ल्ड बेस्ट हॉस्पिटल्स की सूची में 97वें स्थान पर रखा गया है। यह रैंकिंग वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल उत्कृष्टता में एम्स की अग्रणी भूमिका को प्रमाणित करती है।
इस अंतरराष्ट्रीय सूची में दो और प्रमुख भारतीय चिकित्सा संस्थानों को स्थान मिला है—गुरुग्राम स्थित मेदांता द मेडिसिटी को 146वां और चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) को 228वां स्थान मिला है। यह रैंकिंग रोगी संतुष्टि, नैदानिक परिणामों, स्वच्छता मानकों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की सिफारिशों जैसे कई महत्वपूर्ण मानकों के आधार पर की गई थी।
भारत की मेडिकल क्वालिटी को अंतरराष्ट्रीय पहचान
एम्स दिल्ली को यह मान्यता उसकी सशक्त बुनियादी ढांचे, अत्याधुनिक तकनीक, विशेषज्ञ डॉक्टरों और सालों से चिकित्सा अनुसंधान में किए गए अहम योगदान के लिए मिली है। 1956 में स्थापित एम्स, न केवल देश बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में उच्चतम चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और सेवा के लिए जाना जाता है।
मेदांता: हृदय रोगों में विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध
गुरुग्राम का मेदांता द मेडिसिटी, जो कि 2009 में स्थापित हुआ था, आधुनिक कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी और अंग प्रत्यारोपण सेवाओं के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। इसकी अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञों की टीम ने इसे निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भारत का एक भरोसेमंद नाम बना दिया है।
पीजीआईएमईआर: अनुसंधान और विशेष चिकित्सा सेवा का केंद्र
1962 में स्थापित पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ को भारत के अग्रणी शैक्षणिक और अनुसंधान केंद्रों में गिना जाता है। यह संस्थान विशेष देखभाल और चिकित्सा शोध में लगातार उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है, जिससे इसका नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमका है।
इन तीनों भारतीय संस्थानों की वैश्विक रैंकिंग में जगह बनाना, न केवल भारत की चिकित्सा क्षमताओं को वैश्विक स्तर पर मान्यता देना है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, रिसर्च क्षमता और व्यापक पहुंच का भी प्रमाण है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!