- आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बना कर घाटी में पर्यटन को नुकसान पहुंचाना चाहते है
- सुरक्षा कारणों से फिलहाल इसके लिए इंतजार करना पड़ सकता है
नई दिल्ली। कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकी हमले के बाद घाटी में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई जा रही है। इस हमले का असर अब देश की सबसे महत्वाकांक्षी रेल परियोजना – उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) पर भी पड़ा है। विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब ब्रिज से वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना पर फिलहाल विराम लग गया है।
वंदे भारत को रोक दिया गया, ट्रेन शुरू करने की तारीख टली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अप्रैल को कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले थे। लेकिन पहले मौसम संबंधी चेतावनियों और अब सुरक्षा चिंताओं के चलते इस लॉन्चिंग को टाल दिया गया है। आतंकियों द्वारा पर्यटकों को निशाना बनाए जाने की साजिश ने साफ संकेत दे दिए हैं कि घाटी में सामान्य गतिविधियों को बाधित करने की कोशिश हो रही है।
चिनाब और अंजी ब्रिज पर सुरक्षा बढ़ाई गई
घाटी में रेलवे संचालन शुरू करने से पहले चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज की सुरक्षा को पहले से कहीं ज्यादा सख्त कर दिया गया है। स्थानीय पहाड़ियों से इन पुलों की निगरानी की जा रही है। साथ ही सुरंगों और संवेदनशील इलाकों में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF), स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां चौबीसों घंटे सतर्क हैं।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार
“भले ही तकनीकी दृष्टि से ट्रेन संचालन की कोई बाधा नहीं है, लेकिन सुरक्षा प्राथमिकता है। इसलिए यात्री सेवाओं की शुरुआत पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।”
सामरिक दृष्टि से अहम है यूएसबीआरएल
यूएसबीआरएल सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना नहीं है, बल्कि यह सैन्य दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अगर भविष्य में किसी आपात या सैन्य स्थिति की जरूरत पड़ती है, तो यह रेललाइन सेना की लॉजिस्टिक मूवमेंट में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।