- सहकारिता के लाभों को आम आदमी के स्तर तक पहुंचाना है
भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सहकारिता के लाभों को आम आदमी के स्तर तक पहुंचाना है। औद्योगीकरण में भी सहकारिता की भूमिका होना चाहिए। उन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में पारदर्शिता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के समन्वय भवन में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन में सहभागिता करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सहकारी संस्थाओं के कृषक सदस्यों के लिए माइक्रो एटीएम का शुभारंभ किया, जिससे किसानों को डिजिटल लेनदेन में अधिक सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत से बाहर जो देश हैं उनका कभी भारत से झगड़ा नहीं हुआ। भारत ने दूसरे देश को कभी अपने में समाहित नहीं किया। हम सर्वे भवंतु सुखिनः में भरोसा करते हैं। सहकारिता में सबके सुखी होने की कामना निहित है। हमें इसे नीचे तक उतारना है। कार्यक्रम को सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली सोसायटियों को सम्मानित किया गया।
जब डॉ. यादव सोसायटी के पंजीकरण के लिए परेशान हुए
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सहकारी सोसायटी का पंजीयन कराने में आई दिक्कतों का हवाला देकर अपना एक अनुभव सुनाया। उन्होंने बताया कि कैसे इसके लिए नौकरशाही कागजों का पेट भरकर टालमटोली का रवैया अपनाती है। उन्होंने बताया कि वे एक सोसायटी का पंजीकरण कराने के लिए वे सारी जानकारी उपलब्ध कराते थे किंतु संबंधित विभाग फिर कोई खानापूरी निकालकर कागज भेज देते थे। अंततः तत्कालीन सहकारिता मंत्री लक्ष्मी नारायण शर्मा को दो बार हस्तक्षेप करना पड़ा। दूसरी बार में पंजीकरण हो सका।