नई दिल्ली:
न्यूयॉर्क में अडाणी समूह पर ₹2200 करोड़ की रिश्वत के आरोप और इस मामले में अमेरिकी केस दर्ज होने के बाद भारतीय शेयर बाजार में हड़कंप मच गया है। इन आरोपों का असर न केवल अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों पर पड़ा, बल्कि पूरे बाजार को भी अपनी चपेट में ले लिया।
अदाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट
अडाणी समूह की लिस्टेड कंपनियों जैसे अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स और अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
- अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब 7% टूट गया।
- अडाणी पोर्ट्स ने 5% तक की गिरावट दिखाई।
- अडाणी ग्रीन एनर्जी और अन्य कंपनियों के शेयरों में भी बड़ी गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स और निफ्टी पर असर
अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट के कारण भारतीय शेयर बाजार के दोनों प्रमुख इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी, पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
- सेंसेक्स 600 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ।
- निफ्टी 200 अंकों तक फिसल गया।
इस गिरावट ने निवेशकों की संपत्ति में भारी कमी की है और बाजार से लाखों करोड़ों का नुकसान हुआ है।
निवेशकों की चिंता बढ़ी
अदाणी समूह पर लगे इन नए आरोपों के चलते निवेशकों में डर का माहौल बन गया है। विदेशी निवेशकों ने भी अडाणी समूह की कंपनियों में अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया है। यह गिरावट इसलिए भी अहम है क्योंकि अडाणी समूह पहले से ही हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद उठे विवादों से जूझ रहा है।
विशेषज्ञों की राय
शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि अगर अदाणी समूह इन आरोपों का ठोस जवाब नहीं देता, तो इससे उसकी कंपनियों में और गिरावट आ सकती है। विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि फिलहाल अडाणी समूह के शेयरों में निवेश से बचें और अन्य मजबूत सेक्टर की कंपनियों में निवेश पर विचार करें।
अदाणी समूह की प्रतिक्रिया
अडाणी समूह ने एक बार फिर इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा है कि वह मामले में सभी कानूनी विकल्पों का सहारा लेगा। समूह ने यह भी दावा किया है कि वह सभी नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करता है।
क्या आगे होगा?
अब यह देखना अहम होगा कि अडाणी समूह इन आरोपों का सामना कैसे करता है और क्या यह बाजार को स्थिर करने में सफल हो पाता है। तब तक निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
नोट: निवेशकों के लिए यह समय सावधानी बरतने का है, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर फिलहाल जारी रहने की संभावना है।