अयोध्या, 11 जनवरी 2025: अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ भव्य उत्सव के साथ मनाई जा रही है। इस ऐतिहासिक अवसर पर रामलला का पंचामृत अभिषेक और विशेष श्रृंगार किया गया। लाखों भक्तों की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाआरती कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर संदेश साझा किया।
पंचामृत अभिषेक और रामलला का विशेष श्रृंगार
उत्सव के दौरान रामलला का पंचामृत अभिषेक किया गया। इसमें दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का उपयोग किया गया। इसके बाद गंगाजल से उनका अभिषेक हुआ। विशेष रूप से रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए गए, जिन्हें सोने और चांदी के तारों से तैयार किया गया था। रामलला के मुकुट में हीरे जड़े गए, जो उनके दिव्य स्वरूप को और भव्य बना रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया शुभारंभ, मोदी ने दी बधाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला की महाआरती के साथ उत्सव का आगाज किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर अपने संदेश में कहा, “यह दिव्य-भव्य राम मंदिर सदियों की तपस्या और संघर्ष का प्रतीक है। यह मंदिर विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने में एक प्रेरणा बनेगा।”
विदेशी फूलों से सजा राम मंदिर
इस अवसर पर राम मंदिर को विदेशी फूलों से सजाया गया। मंदिर का मुख्य द्वार और आंतरिक परिसर रंग-बिरंगे फूलों से जगमगा उठा।
विशेष पोशाक के डिजाइनर ने बताया अद्वितीय विवरण
दिल्ली के डिजाइनर मनीष तिवारी ने रामलला के विशेष वस्त्र तैयार किए। उन्होंने बताया कि पीतांबर वस्त्र में सोने-चांदी के तारों की कढ़ाई की गई है। यह पोशाक पूरी तरह से हस्तनिर्मित है, जिसे तैयार करने में महीनों का समय लगा।
तीन दिन तक चलेगा उत्सव
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर 11 से 13 जनवरी तक उत्सव आयोजित किया जा रहा है।
- वीआईपी दर्शन पर रोक: इन तीन दिनों में केवल आम श्रद्धालु सुबह 6:30 बजे से रात 9:30 बजे तक रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
- विशाल भंडारा: तीन दिन तक भक्तों को प्रसाद के रूप में बेसन के लड्डू और इलायची दाना वितरित किए जाएंगे।
2 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे अयोध्या
सर्द मौसम के बावजूद देशभर से करीब 2 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे। दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत 10 से अधिक राज्यों से भक्तों का तांता लगा रहा।
70 संतों ने किया महाभिषेक
महाभिषेक में 70 प्रमुख संतों ने हिस्सा लिया। यजमानों के रूप में विभिन्न क्षेत्रों के 26 विशिष्टजनों ने अनुष्ठान में भाग लिया।
- प्रमुख यजमान: अवध प्रांत संघ चालक सरदार स्वर्ण सिंह, बलरामपुर के अभिमन्यु और लखनऊ के अरविंद जैन।
- विशेष अनुष्ठान: यज्ञ मंडप और तीर्थ सेवा केंद्र में अखंड रामायण पाठ आयोजित किया गया।
सुरक्षा व्यवस्था और वीआईपी प्रबंधन
राम मंदिर की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए।
- वीवीआईपी गेट: मुख्यमंत्री योगी और अन्य अतिथियों के लिए गेट नंबर 11 निर्धारित किया गया।
- आम भक्तों का प्रवेश: श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश कर दर्शन के बाद अंगद टीले की ओर निकलेंगे।
आस्था के प्रतीक रामलला और भक्तों का उत्साह
भारी ठंड के बावजूद रामभक्तों का उत्साह देखने लायक था। एक बालक ने श्रीराम की वेशभूषा में दर्शन कर उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया।
तीन दिवसीय उत्सव की झलकियां
- भव्य आरती और रामकथा: सांस्कृतिक संध्या और रामकथा का आयोजन।
- भंडारा: लाखों लड्डू तैयार किए जा रहे हैं, जो सभी भक्तों को वितरित होंगे।
- रामायण पाठ: यात्री सुविधा केंद्र में अखंड रामायण पाठ आयोजित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश:
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राम मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की अमूल्य धरोहर है। यह मंदिर नए भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अयोध्या में तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन ने रामभक्तों के हृदय में नई ऊर्जा और आस्था का संचार किया है।