विमान के आगे के हिस्से को नुकसान, वापसी यात्रा के लिए यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजा गया

देहरादून। रविवार शाम देहरादून एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा टल गया, जब मुंबई से देहरादून आ रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट अचानक आसमान में पक्षी से टकरा गई। इस घटना के बाद विमान को तुरंत सुरक्षित लैंडिंग करवाई गई। विमान में 186 यात्री सवार थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार विमान के आगे वाले हिस्से में हल्का नुकसान पहुंचा है, जिसकी जांच एयरलाइन और एयरपोर्ट अधिकारियों द्वारा की गई। एयरपोर्ट डायरेक्टर भूपेश नेगी के अनुसार शाम 6:40 बजे इंडिगो की फ्लाइट संख्या IGO-5032 एयरबस-320 देहरादून पहुंचने ही वाली थी कि तभी संदिग्ध रूप से किसी पक्षी के टकराने की सूचना मिली। पायलट ने तुरंत नियंत्रण टावर को इसकी जानकारी दी और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए विमान को लैंड कराया गया। लैंडिंग से पहले और बाद में रनवे और आसपास के क्षेत्रों की गहन जांच की गई, ताकि किसी भी प्रकार के अवरोध या डेब्रिस का पता लगाया जा सके।

वापसी यात्रा के लिए यात्रियों को मिला वैकल्पिक विमान

यह फ्लाइट देहरादून पहुंचने के बाद मुंबई वापस लौटने वाली थी, लेकिन विमान के क्षतिग्रस्त होने की वजह से उसे तुरंत उड़ान के लिए उपयुक्त नहीं माना गया। गहन निरीक्षण के बाद विमान को एयरपोर्ट पर ही खड़ा कर दिया गया। ऐसे में एयरलाइन ने मुंबई लौटने वाले यात्रियों को दूसरी वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था करके भेजा। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी औपचारिकताएं तेजी से पूरी की गईं। लैंडिंग के बाद रनवे और हवाई अड्डे की परिधि में जांच करने पर किसी मृत पक्षी या अवशेष नहीं मिले। इससे यह स्पष्ट हुआ कि टकराव की घटना हवा में ही हुई होगी। ऐसे मामलों में विमान की बाहरी सतह अक्सर प्रभावित होती है, इसलिए एयरलाइन ने किसी भी जोखिम से बचने के लिए विमान को उड़ान के लिए असुरक्षित माना।

अधिकारियों ने दी जानकारी, जांच जारी

एयरपोर्ट प्रशासन ने इस घटना की जानकारी देर रात जारी की। अधिकारियों का कहना है कि यह पक्षी टकराव (बर्ड स्ट्राइक) का मामला है, जो भारतीय हवाई क्षेत्रों में अक्सर सामने आता है, लेकिन इस बार स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रही। पायलट और क्रू की सतर्कता ने बड़ी दुर्घटना होने से रोक ली। विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों और घने पेड़ों के आसपास पक्षियों की आवाजाही अधिक होती है, जिससे ऐसे बर्ड स्ट्राइक की संभावना बढ़ जाती है। एयरपोर्ट प्रशासन ने भी यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं कि रनवे के आसपास पक्षियों को आकर्षित करने वाले किसी भी कारक को तुरंत हटाया जाए।

यात्रियों में राहत, एयरलाइन ने जताया खेद

इस घटना के बाद यात्रियों में थोड़ी चिंता जरूर दिखी, लेकिन सुरक्षित लैंडिंग से सभी को राहत मिली। एयरलाइन ने यात्रियों की असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा कि सुरक्षा सर्वोपरि है और जांच के बाद ही विमान की उड़ान पर निर्णय लिया जाएगा। यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि बर्ड स्ट्राइक विमानन सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है, लेकिन समय पर लिए गए निर्णय और उचित प्रबंधन से बड़ी घटनाओं को रोका जा सकता है।