प्रधानमंत्री विशाखापत्तनम से करेंगे नेतृत्व, विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी
नई दिल्ली।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर आज देश और दुनिया में ‘एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य के लिए योग’ की भावना के साथ एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम से राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे, जहां 3 लाख से अधिक लोग एक साथ योग करेंगे। इस आयोजन को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की तैयारी है।
विश्व स्तर पर आज योग दिवस 193 देशों में मनाया जा रहा है। भारत में 10 लाख से अधिक स्थानों पर योग कार्यक्रम हो रहे हैं और इनमें 2 करोड़ से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है। इस आयोजन का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य नहीं, बल्कि वैश्विक कल्याण को बढ़ावा देना है।
विशाखापत्तनम से पीएम की अगुवाई
विशाखापत्तनम में योग का सामूहिक प्रदर्शन सुबह 6:30 से 7:45 तक होगा। इस ऐतिहासिक आयोजन में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी भाग लेंगे। दिल्ली में लाल किला और देश के अन्य प्रमुख स्थलों पर भी भव्य आयोजन होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने योग दिवस से पहले देश के सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने योग को देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर बताते हुए जन भागीदारी बढ़ाने की अपील की।
रिकॉर्ड पंजीकरण और राष्ट्रीय अभियान
इस बार ‘योग संगम’ पहल के तहत 10 खास कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। आयुष मंत्रालय के योग पोर्टल पर अब तक 11 लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं, जबकि प्रारंभिक लक्ष्य 1 लाख था। राजस्थान ने सबसे अधिक 2.25 लाख पंजीकरण कर रिकॉर्ड बनाया है।
योग दिवस का इतिहास
प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पहल की थी। महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया, जो उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष माना जाता है। पहला योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसमें दिल्ली में 35,985 लोगों ने एक साथ योग किया था और 84 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। यह आयोजन दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का कारण बना।
पतंजलि का योग अभियान
इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक बड़ा योग जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया है। ब्रह्म सरोवर पर आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व योग गुरु बाबा रामदेव करेंगे। इसे हरियाणा योग आयोग और आयुष विभाग का समर्थन प्राप्त है। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के स्वास्थ्य लाभों को जन-जन तक पहुंचाना है।
आज का दिन न केवल योग का पर्व है, बल्कि भारत की आध्यात्मिक चेतना और वैश्विक नेतृत्व की पहचान भी है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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