विश्व पर्यटन दिवस 2025: भारत की पर्यटन क्षमता, चुनौतियां और वैश्विक महत्व
27 सितंबर : विश्व पर्यटन दिवस हर वर्ष संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) के तत्वावधान में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यटन को केवल मनोरंजन का साधन न मानकर, आर्थिक विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक एकता का प्रमुख माध्यम बताना है। 2025 का थीम है – “Tourism and Peace” यानी “पर्यटन और शांति”। इस वर्ष का संदेश है कि पर्यटन केवल देशों की आय नहीं बढ़ाता, बल्कि वैश्विक भाईचारे और स्थायी विकास का भी आधार है।

विश्व स्तर पर पर्यटन का महत्व
पर्यटन आज विश्व की सबसे बड़ी उद्योगों में से एक है।
- वैश्विक GDP का लगभग 10% हिस्सा पर्यटन से आता है।
- हर 10 में से 1 रोजगार सीधे या परोक्ष रूप से पर्यटन से जुड़ा है।
- 2024 में दुनियाभर में 150 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटक दर्ज किए गए।
- यह उद्योग न केवल आय का स्रोत है, बल्कि संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने में भी मदद करता है।
भारत में पर्यटन : परंपरा और आधुनिकता का संगम
भारत विश्व के उन देशों में शामिल है, जहां संस्कृति, धर्म, प्रकृति और इतिहास का अद्वितीय संगम देखने को मिलता है। यहां का पर्यटन “Incredible India” अभियान के तहत पूरी दुनिया में पहचान बना चुका है।
प्रमुख पर्यटन आकर्षण
- सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन – वाराणसी, हरिद्वार, पुष्कर, अमृतसर, मदुरै और जगन्नाथपुरी जैसे तीर्थ स्थल।
- ऐतिहासिक पर्यटन – ताजमहल, कुतुबमीनार, अजंता-एलोरा की गुफाएं, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर।
- प्राकृतिक पर्यटन – हिमालय की बर्फीली चोटियां, केरल के बैकवाटर्स, राजस्थान का रेगिस्तान और गोवा के समुद्र तट।
- वन्यजीव पर्यटन – काजीरंगा, गिर, बांधवगढ़, कान्हा और पेरियार राष्ट्रीय उद्यान।
- आधुनिक शहरी पर्यटन – दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहर तकनीकी और व्यावसायिक पर्यटन के नए केंद्र बन चुके हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान
पर्यटन भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी साबित हो रहा है।
- 2024 में पर्यटन क्षेत्र से 270 अरब डॉलर की आय हुई।
- भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 1.5 करोड़ से अधिक रही।
- देश में 8 करोड़ से ज्यादा लोग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पर्यटन से जुड़े हैं।
सरकारी योजनाएं जैसे स्वदेश दर्शन योजना, प्रसाद योजना (Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Augmentation Drive) और ई-वीजा सुविधा इस क्षेत्र को और गति दे रही हैं।
भारत में पर्यटन की चुनौतियां
हालांकि भारत के पास अपार संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ गंभीर चुनौतियां भी हैं:
- बुनियादी ढांचे की कमी – ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों तक परिवहन और आवास की सीमित सुविधाएं।
- स्वच्छता और सुरक्षा की समस्या – अंतरराष्ट्रीय पर्यटक अक्सर साफ-सफाई और व्यक्तिगत सुरक्षा की कमी की शिकायत करते हैं।
- प्रशिक्षित गाइड और मानव संसाधन की कमी – गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने में कठिनाई होती है।
- अंतरराष्ट्रीय प्रचार-प्रसार की कमी – कई पर्यटन स्थल दुनिया के सामने पूरी तरह प्रस्तुत नहीं हो पाए।
भारत की नई पहलें
भारत सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर पर्यटन को बढ़ाने के लिए नई रणनीतियां अपना रहे हैं।
- डिजिटल पर्यटन अभियान : सोशल मीडिया और वर्चुअल टूरिज्म के जरिए भारत की छवि को नए रूप में पेश किया जा रहा है।
- सतत पर्यटन (Sustainable Tourism) : प्राकृतिक धरोहर को बचाते हुए जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- ग्रामीण पर्यटन : ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों को पर्यटन मानचित्र से जोड़ा जा रहा है।
- मेडिकल और वेलनेस टूरिज्म : आयुर्वेद, योग और आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के जरिए भारत मेडिकल टूरिज्म का बड़ा केंद्र बन रहा है।
वैश्विक शांति और भारत की भूमिका
2025 के विश्व पर्यटन दिवस का संदेश है – पर्यटन शांति और सहयोग का साधन बने। भारत, जो “अतिथि देवो भव” की परंपरा का पालन करता है, इस विचारधारा का सबसे बड़ा उदाहरण है।
- धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता के बावजूद भारत ने सदैव सह-अस्तित्व और सहिष्णुता को बढ़ावा दिया है।
- दुनिया से आने वाले पर्यटक यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा, योग, आयुर्वेद और कला-संस्कृति से प्रभावित होकर जाते हैं।
- भारत अपनी सॉफ्ट पावर के जरिए दुनिया में शांति और सहयोग का संदेश देने में सक्षम है।
आगे की राह
भारत को पर्यटन महाशक्ति बनाने के लिए आवश्यक है कि :
- बुनियादी ढांचे और डिजिटल सेवाओं को और मजबूत किया जाए।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रामक प्रचार-प्रसार किया जाए।
- स्थानीय समुदायों को पर्यटन से जोड़कर रोजगार और आय के नए अवसर पैदा किए जाएं।
- सतत और पर्यावरण अनुकूल पर्यटन मॉडल को बढ़ावा दिया जाए।
(अनुरोधानुसार)
विश्व पर्यटन दिवस भारत के लिए केवल एक स्मरण दिवस नहीं, बल्कि यह अवसर है अपनी संस्कृति, विविधता और आधुनिकता के संगम को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का। भारत की विरासत और प्राकृतिक सुंदरता वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता रखती है, बशर्ते हम इसे बेहतर सुविधाओं और योजनाओं के जरिए सही दिशा में आगे बढ़ाएं।
स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!
- मेसी ने तोड़ा अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में असिस्ट का रिकॉर्ड, अर्जेंटीना ने प्यूर्टो रिको को 6-0 से हराया
- भारतीय सेना को मिलेंगी नई सिग सॉयर असॉल्ट राइफलें — रक्षा मंत्रालय ने 659 करोड़ रुपये के अनुबंध पर किए हस्ताक्षर
- इसरो प्रमुख वी. नारायणन का बड़ा ऐलान — 2040 तक भारतीयों को चंद्रमा पर उतारने का लक्ष्य, 2027 में मानव मिशन ‘गगनयान’ की उड़ान
- ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान में पीएम मोदी का बिहार कार्यकर्ताओं से संवाद —
- भारत का यूपीआई अब जापान में भी चलेगा — एनपीसीआई ने एनटीटी डेटा जापान से की साझेदारी