वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025: हरियाणा की बेटियों ने दिलाए भारत को 4 मेडल, तीसरे स्थान पर रहा देश

लिवरपुल/नई दिल्ली। इंग्लैंड के लिवरपुल में 4 से 14 सितंबर तक आयोजित हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में भारत की महिला मुक्केबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में भारत ने कुल 4 पदक अपने नाम किए और खास बात यह रही कि सभी मेडल हरियाणा की बेटियों ने जीतकर देश का मान बढ़ाया। इसी उपलब्धि के दम पर भारत मेडल तालिका में तीसरे स्थान पर रहा।


भारत को दिलाए 4 मेडल, सभी महिला बॉक्सरों के नाम

भारत की 20 सदस्यीय टीम (10 पुरुष और 10 महिला बॉक्सर) इस चैंपियनशिप में उतरी थी। हालांकि पुरुष वर्ग से कोई मेडल नहीं आया, लेकिन महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को गौरवान्वित किया।

  • गोल्ड मेडल:
  • रोहतक की मीनाक्षी हुड्डा (48 किलोग्राम भार वर्ग)
  • भिवानी की जैस्मिन लेम्बोरिया (57 किलोग्राम भार वर्ग)
  • सिल्वर मेडल:
  • भिवानी की नूपुर श्योराण (80 किलो से अधिक भार वर्ग)
  • ब्रॉन्ज मेडल:
  • भिवानी की पूजा बोहरा (80 किलोग्राम भार वर्ग)

इन चारों ने साबित किया कि भारतीय महिला मुक्केबाज़ किसी से पीछे नहीं हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने दम पर भारत को मजबूत पहचान दिला सकती हैं।


भारत तीसरे स्थान पर, कजाकिस्तान रहा शीर्ष पर

इस चैंपियनशिप में 68 देशों के 540 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। पदक तालिका में भारत तीसरे स्थान पर रहा।

  • कजाकिस्तान: 7 गोल्ड, 1 सिल्वर, 2 ब्रॉन्ज (कुल 10 मेडल) – प्रथम स्थान
  • उज्बेकिस्तान: 6 गोल्ड, 2 सिल्वर, 3 ब्रॉन्ज (कुल 11 मेडल) – द्वितीय स्थान
  • भारत: 2 गोल्ड, 1 सिल्वर, 1 ब्रॉन्ज (कुल 4 मेडल) – तृतीय स्थान

यह प्रदर्शन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा क्योंकि पहली बार किसी वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश की सभी उपलब्धियां महिला मुक्केबाज़ों ने दिलाई।

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प्रधानमंत्री और फेडरेशन की शुभकामनाएं

भारत की इस उपलब्धि को बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ऐतिहासिक करार दिया। फेडरेशन ने कहा कि यह प्रदर्शन भविष्य में भारतीय महिला बॉक्सिंग की ताकत और क्षमता को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मीनाक्षी हुड्डा और जैस्मिन लेम्बोरिया को गोल्ड मेडल जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता आने वाली पीढ़ी की महिला खिलाड़ियों को प्रेरणा देगी।


हरियाणा की धरती बनी मुक्केबाज़ों की पहचान

रोहतक और भिवानी लंबे समय से भारतीय बॉक्सिंग का गढ़ माने जाते हैं। मैरी कॉम के बाद अब हरियाणा की बेटियां अंतरराष्ट्रीय मंच पर लगातार अपनी छाप छोड़ रही हैं। इस चैंपियनशिप में भी तीनों पदक विजेता (जैस्मिन, नूपुर और पूजा) भिवानी से रही जबकि मीनाक्षी हुड्डा रोहतक से हैं।

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नारी शक्ति का परचम

एशियाई खेलों से लेकर ओलंपिक तक महिला खिलाड़ियों ने भारत को गौरवान्वित किया है। इस बार भी वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में महिलाओं का ही दबदबा रहा। इससे स्पष्ट है कि भारत में नारी शक्ति खेलों में नया इतिहास रच रही है।