वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025: सचिन यादव चौथे स्थान पर, पूजा ने 800 मीटर में बनाया पर्सनल बेस्ट
टोक्यो, 18 सितंबर (हि.स.)।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत के युवा भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाया। हालांकि वह पदक से महज कुछ सेंटीमीटर पीछे रह गए, लेकिन चौथे स्थान पर रहते हुए उन्होंने यह साबित कर दिया कि भारत में भाला फेंक का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
पहले ही प्रयास में दिखाया दम
फाइनल मुकाबले में सचिन यादव ने आते ही अपने पहले थ्रो में 86.27 मीटर का शानदार प्रयास किया। इस थ्रो के साथ ही उन्होंने अस्थायी रूप से रजत पदक की स्थिति हासिल कर ली। भारतीय दर्शकों और टीम के लिए यह क्षण गर्व और उत्साह से भर देने वाला था। लेकिन खेल का रोमांच अभी बाकी था।
उतार-चढ़ाव से भरा मुकाबला
दूसरे प्रयास में उनका थ्रो फाउल हो गया, जिससे वह पदक की दौड़ में थोड़ा पीछे खिसक गए। तीसरे प्रयास में उन्होंने 85.71 मीटर का थ्रो किया, लेकिन इसी दौरान अन्य खिलाड़ियों ने उनसे बेहतर दूरी हासिल कर ली और सचिन चौथे स्थान पर पहुंच गए।
इसके बाद उन्होंने 84.90 मीटर और 85.96 मीटर की थ्रो की, जो प्रभावशाली तो रही लेकिन उन्हें वापस पदक की स्थिति में नहीं ला सकी। अंतिम प्रयास में उनका भाला केवल 80.95 मीटर तक ही पहुंच सका। नतीजतन, वह कांस्य पदक से मात्र 40 सेंटीमीटर पीछे रह गए।
एशियाई चैंपियनशिप से वर्ल्ड चैंपियनशिप तक का सफर
सचिन यादव ने कुछ ही महीनों पहले एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में 85.16 मीटर का थ्रो कर रजत पदक जीता था। इस प्रदर्शन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई और वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने का आत्मविश्वास भी। अब चौथे स्थान पर रहते हुए उन्होंने अपना पर्सनल बेस्ट भी दर्ज किया और भविष्य के लिए एक मजबूत संदेश दिया कि वे किसी भी दिन विश्व चैंपियन बनने का दमखम रखते हैं।
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पूजा का भी व्यक्तिगत रिकॉर्ड
वहीं दूसरी ओर, महिला धाविका पूजा ने 800 मीटर दौड़ में भले ही फाइनल में जगह नहीं बनाई, लेकिन उन्होंने अपना पर्सनल बेस्ट समय निकाला। हीट में अंतिम स्थान पर रहते हुए भी उन्होंने 2:01.03 मिनट का समय दर्ज किया, जो उनके करियर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
पूजा का यह प्रयास दिखाता है कि भारतीय महिला एथलेटिक्स भी लगातार सुधार की ओर है। भले ही वह इस बार फाइनल तक नहीं पहुंच सकीं, लेकिन अनुभव और आत्मविश्वास के लिहाज से यह उनके करियर की अहम उपलब्धि है।
भारतीय एथलेटिक्स के लिए उम्मीद
पदक की उम्मीदें पूरी न होने के बावजूद भारतीय दल के लिए यह प्रदर्शन प्रेरणादायी रहा। सचिन यादव का चौथे स्थान पर पहुंचना और पूजा का अपना नया व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाना इस बात का संकेत है कि भारतीय एथलेटिक्स अब विश्व स्तर पर लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सचिन इसी निरंतरता और अनुशासन के साथ अभ्यास जारी रखते हैं, तो आने वाले ओलंपिक खेलों में भारत को उनसे पदक की उम्मीद जरूर रहेगी।
एथलेटिक्स में बढ़ता भारत का दबदबा
पिछले कुछ वर्षों में भारत ने एथलेटिक्स में विशेषकर भाला फेंक में विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाई है। नीरज चोपड़ा की ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप की सफलता के बाद अब सचिन यादव जैसे खिलाड़ी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस उसे उचित अवसर और तैयारी की जरूरत है।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 भारत के लिए पदक के लिहाज से भले ही संतोषजनक न रही हो, लेकिन प्रदर्शन ने उम्मीद की नई किरण जरूर जगाई है। सचिन यादव और पूजा जैसे खिलाड़ी यह संदेश देते हैं कि आने वाले वर्षों में भारत एथलेटिक्स के क्षेत्र में बड़ी ताकत बनकर उभरेगा।
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