July 4, 2025 3:54 AM

लंदन में शुरू हुआ टेनिस का सबसे ऐतिहासिक टूर्नामेंट विम्बलडन, जोकोविच और अल्काराज में होगी जोरदार टक्कर

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148 साल पुराना टूर्नामेंट अपने नियम, परंपराओं और शाही अंदाज के लिए जाना जाता है

लंदन में शुरू हुआ विम्बलडन 2025, जोकोविच और अल्काराज के बीच कांटे की टक्कर

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लंदन। टेनिस प्रेमियों के लिए साल का सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक टूर्नामेंट विम्बलडन आज से इंग्लैंड के ऑल इंग्लैंड क्लब में शुरू हो गया है। यह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का 138वां संस्करण है, जिसकी शुरुआत 1877 में हुई थी। साल के चार ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से यह तीसरा है और टेनिस की दुनिया में गौरव और गरिमा का प्रतीक माना जाता है।

विम्बलडन की खास बात यह है कि इसका आयोजन किसी सरकारी या राष्ट्रीय टेनिस संस्था द्वारा नहीं, बल्कि एक निजी क्लब — ऑल इंग्लैंड क्लब द्वारा किया जाता है। इस क्लब की स्थापना वर्ष 1868 में हुई थी, और आज इसमें केवल 500 मेंबर्स ही हैं। वर्तमान में ब्रिटिश राजघराने की कैथरीन एलिजाबेथ मिडलटन, यानी प्रिंसेस ऑफ वेल्स, इस क्लब की चेयरपर्सन हैं।


जोकोविच बनाम अल्काराज: नई और पुरानी पीढ़ी की टक्कर

सर्बिया के दिग्गज नोवाक जोकोविच, जो अब तक 24 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके हैं, विम्बलडन में अपने 25वें खिताब को पाने के इरादे से उतरेंगे। लेकिन इस बार उनके सामने कड़ी चुनौती स्पेन के युवा स्टार कार्लोस अल्काराज की होगी, जिन्होंने पिछले साल इसी ग्रास कोर्ट पर हुए फाइनल में जोकोविच को हराकर सनसनी मचा दी थी। 22 साल के अल्काराज अब जोकोविच की विरासत को चुनौती देने वाले सबसे बड़े चेहरे बन चुके हैं।


2020 को छोड़ हर साल हुआ आयोजन

विम्बलडन की सबसे खास बात यह रही है कि इसे सिर्फ दो बार — वर्ल्ड वॉर और 2020 की कोविड महामारी के दौरान ही रोका गया था। बाकि हर साल यह टेनिस प्रेमियों के लिए एक उत्सव की तरह मनाया जाता है।


परंपराएं जो आज भी हैं ज्यों की त्यों

1. ड्रेस कोड:
विम्बलडन इकलौता टूर्नामेंट है जहां खिलाड़ियों के लिए सफेद ड्रेस कोड अनिवार्य है। चाहे पुरुष हों या महिलाएं, सभी को मैच के दौरान पूरी तरह से सफेद कपड़े पहनने होते हैं। 2022 में इस नियम के खिलाफ महिलाओं ने विरोध जताया था, लेकिन आयोजकों ने परंपरा बरकरार रखी। इस साल भी सभी खिलाड़ी सफेद पोशाक में नजर आएंगे।

2. बॉल बॉय और बॉल गर्ल्स (BBGs):
विम्बलडन में मैच के दौरान गेंदों को बखूबी संभालने वाले बॉल बॉय और गर्ल्स दर्शकों का ध्यान खींचते हैं। इन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जाती है और ये 6 के ग्रुप में नेट और कोर्ट के कोनों पर तैनात होते हैं। स्कूलों के प्रिंसिपल इनकी नामांकन प्रक्रिया में शामिल होते हैं और इन्हें एक लिखित परीक्षा भी पास करनी होती है।

3. खास मेहमान नवाजी:
दर्शकों को हर साल खास अंदाज में परोसे जाते हैं स्ट्रॉबेरी-क्रीम और ब्रिटिश वाइन। यह परंपरा अब विम्बलडन की पहचान बन चुकी है।

4. ग्रास कोर्ट का गौरव:
विम्बलडन आज भी घास के कोर्ट (ग्रास कोर्ट) पर खेला जाता है, जो इसे बाकी तीन ग्रैंड स्लैम से अलग बनाता है। ऑस्ट्रेलियन ओपन और यूएस ओपन हार्ड कोर्ट पर, जबकि फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाता है।


सालभर की ग्रैंड स्लैम शृंखला में तीसरी कड़ी

टेनिस में हर साल चार ग्रैंड स्लैम खेले जाते हैं— जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन, मई-जून में फ्रेंच ओपन, जुलाई में विम्बलडन, और अगस्त-सितंबर में US ओपन। विम्बलडन इन चारों में सबसे ऐतिहासिक और शाही ठाठ-बाट वाला आयोजन माना जाता है।


इस बार भी दर्शक न केवल टेनिस की रोमांचक भिड़ंतों का आनंद लेंगे, बल्कि विम्बलडन की सदियों पुरानी परंपराओं और भव्यता के भी साक्षी बनेंगे। टेनिस की दुनिया की यह सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता एक बार फिर अपने शिखर की ओर बढ़ रही है।



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