महाकुंभ के बाद इन मंदिरों के दर्शन से ही पूरी होती है तीर्थयात्रा

 जानिए कौन-कौन से पवित्र मंदिर आपके तीर्थ का हिस्सा बनने चाहिए!

महाकुंभ का महत्व

महाकुंभ में स्नान को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना गया है। लेकिन, स्नान के बाद कुछ मंदिरों के दर्शन से ही तीर्थयात्रा पूरी मानी जाती है।

पहला मंदिर - हनुमान मंदिर, प्रयागराज

प्रयागराज संगम के पास स्थित हनुमान मंदिर, महाकुंभ के बाद दर्शन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यहां दर्शन से तीर्थ का पुण्य बढ़ता है।

दूसरा मंदिर - काशी विश्वनाथ, वाराणसी

गंगा किनारे स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है और महाकुंभ के बाद दर्शन के लिए जरूरी माना जाता है।

तीसरा मंदिर - त्रिवेणी संगम का अक्षयवट

त्रिवेणी संगम पर स्थित अक्षयवट, तीर्थयात्रा का अहम हिस्सा है और अमरता का प्रतीक माना जाता है।

निष्कर्ष और आशीर्वाद

महाकुंभ स्नान के बाद इन मंदिरों के दर्शन से आपकी तीर्थयात्रा पूर्ण होती है। यह यात्रा आत्मिक शांति और मोक्ष की ओर एक कदम है। "आपकी यात्रा मंगलमय हो!"