चंद्रयान-4 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला अभियान है, जो चंद्रमा से नमूने लाकर पृथ्वी पर लाएगा।
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दो भू-स्थैतिक प्रक्षेपण यान (एलवीएम-3) द्वारा अभियान के सभी यान खंड पृथ्वी की कक्षा में भेजे जाएंगे।
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इस अभियान में पाँच प्रमुख यान खंड होंगे — उतर यान, चढ़ाव यान, अंतरण यान, पुनःप्रवेश यान और प्रेरण यान।
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चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से लगभग 2–3 किलोग्राम चंद्र मिट्टी और शिलाओं के नमूने एकत्रित करने का लक्ष्य है।
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इसरो ने अप्रैल 2025 में वैज्ञानिकों के साथ राष्ट्रीय विज्ञान बैठक में इस अभियान पर चर्चा की।
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यह अभियान भारत के भविष्य के मानवयुक्त चंद्र यात्रा कार्यक्रम की दिशा में एक अहम कदम है।
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