• विशाखापट्टनम में ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम कैमिकल फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लग गई

विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में रविवार दोपहर को ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम कैमिकल (EIPL) फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि लपटें आसमान तक उठ गईं और फैक्ट्री के आसपास के क्षेत्र में घना धुआं फैल गया। इससे फैक्ट्री के कर्मचारियों और आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन को आग की जानकारी मिलने के तुरंत बाद भारतीय नौसेना को बुलाया गया। नौसेना ने तेजी से राहत और बचाव अभियान शुरू किया। फायर ब्रिगेड की टीमों ने कई घंटों की कठिन मेहनत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन फैक्ट्री में भारी नुकसान हुआ है।

नौसेना ने दिखाई तत्परता

सोमवार सुबह भी नौसेना के विमान और हेलीकॉप्टर फैक्ट्री के ऊपर मंडराते दिखाई दिए। हेलीकॉप्टर INS डेगा से फैक्ट्री पर पानी गिराया गया और आसमान से विशेष फायर-रिटार्डेंट झाग का छिड़काव किया गया। इससे आग की लपटों को दबाने और आग के फैलने की गति को कम करने में मदद मिली। नौसेना और फायर ब्रिगेड की संयुक्त कार्रवाई के कारण आसपास के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। प्रशासन ने फैक्ट्री के आसपास के क्षेत्र को खाली करने का निर्देश दिया और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा।

आग लगने के कारण और जांच

अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। स्थानीय प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन तत्काल जांच शुरू कर चुके हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, फैक्ट्री के केमिकल स्टोरेज क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट या तकनीकी खराबी आग का कारण हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, कैमिकल फैक्ट्री में आग फैलने की संभावना अन्य औद्योगिक इकाइयों की तुलना में काफी ज्यादा होती है। ऐसे में सुरक्षा मानकों का पालन बेहद जरूरी है।

स्थानीय लोगों और कर्मचारियों की प्रतिक्रिया

आग की भयावहता देख लोग डर गए और कई कर्मचारी बाहर भाग निकले। कुछ ने सोशल मीडिया पर फैक्ट्री की आग का वीडियो और तस्वीरें शेयर की। वीडियो में आग की लपटें और धुआं साफ दिखाई दे रहा है।

प्रशासन और राहत कार्य

  • फायर ब्रिगेड और नौसेना की मदद से आग पर काबू पाया गया।
  • फैक्ट्री के आसपास के इलाके को खाली करवा दिया गया
  • घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • प्रशासन ने कहा कि आग की पूरी जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा मानक लागू किए जाएंगे।