- विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी
नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट के सबसे आक्रामक और प्रेरणादायक चेहरों में शामिल विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए यह खबर साझा कर लाखों फैंस को भावुक कर दिया। कोहली का यह फैसला ऐसे समय आया है जब वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे थे। इस सीरीज़ में उनका औसत सिर्फ़ 23.75 रहा, और वे 8 में से 7 बार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर आउट हुए।
एक महान टेस्ट करियर का समापन
कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 30 शतक लगाए। इनमें से 14 शतक उन्होंने भारतीय ज़मीन पर जड़े, जबकि विदेशों में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में उनके शानदार प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ों की सूची में शामिल कर दिया। कोहली का टेस्ट करियर न केवल आंकड़ों में समृद्ध रहा, बल्कि उनके जुनून, फिटनेस और मैदान पर ऊर्जा ने टीम को एक नया चरित्र दिया।
कप्तान कोहली: जिसने टेस्ट क्रिकेट में भारत की छवि बदली
विराट कोहली भले ही ICC ट्रॉफी न जीत सके हों, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी कप्तानी को सबसे सफल और प्रभावशाली माना जाता है। उन्होंने भारत को घरेलू मैदान पर लगातार 11 टेस्ट सीरीज जिताईं—यह उपलब्धि किसी और भारतीय कप्तान के पास नहीं है। उनकी आक्रामक कप्तानी और गेंदबाज़ों पर भरोसे ने भारत को दुनिया की सबसे मज़बूत टेस्ट टीम बना दिया।
7 दोहरे शतक: कप्तानी में भी बल्ले से कमाल
कोहली की बल्लेबाज़ी और कप्तानी का तालमेल ऐसा रहा कि उन्होंने कप्तान रहते हुए 7 दोहरे शतक जड़े—जो एक भारतीय रिकॉर्ड है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसी कठिन विदेशी परिस्थितियों में भी कोहली ने अपनी बल्लेबाज़ी से सबका दिल जीता। यही वजह रही कि ICC ने उन्हें 2020 में दशक का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर घोषित किया।
हाल के प्रदर्शन और संन्यास का फैसला
पिछले 5 वर्षों में कोहली के टेस्ट प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली। 37 टेस्ट में उन्होंने सिर्फ 3 शतक लगाए और औसत 35 से नीचे चला गया। BGT 2025 के बाद उन्होंने टेस्ट को अलविदा कहने का निर्णय लिया। इससे पहले वे टी-20 फॉर्मेट से भी संन्यास ले चुके थे। हालांकि IPL 2025 में उनका प्रदर्शन ज़बरदस्त रहा—505 रन बनाकर उन्होंने बताया कि उनके अंदर अब भी क्रिकेट बाकी है।
BCCI से विमर्श के बाद लिया निर्णय
सूत्रों के अनुसार, कोहली ने कुछ समय पहले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की इच्छा BCCI को जाहिर की थी। बोर्ड ने उन्हें फैसले पर दोबारा सोचने को कहा, लेकिन कोहली ने अंततः अपने अनुभव और भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया।
क्रिकेट कोहली के बिना अधूरा लगेगा
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से जाना केवल एक खिलाड़ी का रिटायरमेंट नहीं, बल्कि एक युग का अंत है। वे उन चंद खिलाड़ियों में रहे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को ग्लैमर और जुनून दोनों दिए। उनकी आक्रामकता, उनकी आंखों की चमक और उनके शतक के बाद का जश्न—अब इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे।