October 25, 2025 10:14 PM

लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले सतीश शाह रुला गए, बॉलीवुड और टीवी की दुनिया ने खोया हंसी का सरताज

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मशहूर अभिनेता सतीश शाह का निधन, ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ के इंद्रवदन बनकर हंसी की विरासत छोड़ गए

किडनी की बीमारी से लंबी लड़ाई के बाद 72 वर्ष की उम्र में निधन; ‘इंद्रवदन साराभाई’ बनकर अमर हो गए सतीश शाह

मुंबई। फिल्म और टीवी जगत में अपनी अनोखी कॉमिक टाइमिंग, बेहतरीन अभिनय और दिल जीत लेने वाली मुस्कान से दर्शकों को वर्षों तक हंसाने वाले मशहूर अभिनेता सतीश शाह अब इस दुनिया में नहीं रहे। 25 अक्टूबर की दोपहर लगभग 2:30 बजे उनका मुंबई में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से किडनी संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी मृत्यु ने भारतीय मनोरंजन जगत में एक ऐसा सन्नाटा छोड़ दिया है, जिसे भरना मुश्किल होगा।

हंसी के कलाकार ने छोड़ी गहरी छाप

सतीश शाह का नाम सुनते ही हर किसी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी। उन्होंने भारतीय टेलीविजन और सिनेमा को ऐसा हास्य दिया जो न केवल मनोरंजन था, बल्कि मानवीय भावनाओं से जुड़ा हुआ भी था। 1980 और 1990 के दशक में जब भारतीय कॉमेडी अपनी नई पहचान गढ़ रही थी, उस दौर में सतीश शाह ने अपने अभिनय से इसे नई ऊंचाइयाँ दीं।

उनका सबसे यादगार किरदार रहा — टीवी सीरीज़ ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ का इंद्रवदन साराभाई, जो अपने व्यंग्य, मजाक और परिवार के प्रति मासूम शरारतों के कारण आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा है। वह हर सीन में अपनी उपस्थिति को इतना सहज बना देते थे कि लगता था यह किरदार उनके लिए ही लिखा गया है।

फिल्मी सफर: जहाँ हंसी ने कहानियों में रंग भरे

सतीश शाह ने फिल्मों में भी अमिट छाप छोड़ी। ‘जाने भी दो यारो’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘मैं हूं ना’, ‘ओह माय गॉड’, ‘कल हो ना हो’ और ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने छोटे लेकिन असरदार किरदारों से दर्शकों को खूब हंसाया।
उनकी खासियत थी — “संवाद से ज़्यादा अभिव्यक्ति से अभिनय करना”। उनके चेहरे की भावनाएँ और शरीर की भाषा हास्य का ऐसा माध्यम बन जाती थीं, जिससे साधारण सीन भी यादगार हो जाता था।

सतीश शाह उन चुनिंदा कलाकारों में थे जिन्होंने गंभीर सिनेमा और हास्य सिनेमा के बीच की रेखा मिटा दी। वे अपनी अदाकारी से यह साबित कर गए कि कॉमेडी सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक कला है जो समाज को मुस्कुराने की ताकत देती है।

जॉनी लीवर हुए भावुक, बोले — “40 साल का दोस्त चला गया”

अभिनेता जॉनी लीवर ने सतीश शाह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा,

“बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमने एक महान कलाकार और अपने 40 साल पुराने प्यारे दोस्त को खो दिया। यकीन नहीं होता कि मैंने उनसे बस दो दिन पहले ही बात की थी। सतीश भाई, आप हमेशा याद आएंगे। आपकी कमी कभी पूरी नहीं हो पाएगी।”

जॉनी लीवर की इस पोस्ट के बाद सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। कई फिल्मी हस्तियों — अनुपम खेर, परेश रावल, बोमन ईरानी, जूही चावला और रणवीर शौरी — ने भी सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी।

हंसते-हंसाते कहानी छोड़ गए सतीश

सतीश शाह ने अपने करियर में करीब 250 से अधिक फिल्में और दर्जनों टीवी शो किए। उनका अभिनय सिर्फ हंसी तक सीमित नहीं था; वे हर भूमिका में मानवीय भावनाओं की गहराई जोड़ देते थे।
उनकी फिल्मों में हास्य अक्सर जीवन के यथार्थ से जुड़ा होता था — सरल, अपनापन भरा और बेहद सच्चा।

दर्शक आज भी उन्हें ‘ये जो है जिंदगी’, ‘फिल्मी चक्कर’, और ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ के ज़रिए याद करते हैं। वे हर किरदार में दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ कुछ सोचने पर मजबूर भी करते थे।

शोक की लहर, अंतिम संस्कार संपन्न

रिपोर्ट्स के अनुसार, सतीश शाह का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार से पहले मुंबई के एक अस्पताल में रखा गया था। शाम को परिवार, मित्रों और फिल्म जगत से जुड़े लोगों की उपस्थिति में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
उनकी पत्नी मधु शाह और परिवार के अन्य सदस्य इस दौरान भावुक नजर आए। फिल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गज कलाकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

मनोरंजन जगत को लगा गहरा झटका

सतीश शाह का निधन बॉलीवुड के लिए एक और बड़ा सदमा लेकर आया है। कुछ दिन पहले ही हास्य अभिनेता गोवर्धन असरानी का भी निधन हुआ था। एक ही सप्ताह में दो दिग्गज कॉमेडियन के चले जाने से सिनेमा जगत में गहरी शोक लहर है।

सतीश शाह — वो मुस्कान जो अमर हो गई

सतीश शाह ने अपने जीवन में यह सिखाया कि हंसी सिर्फ एक भाव नहीं, बल्कि जीने की कला है। वे अपने पीछे वो यादें छोड़ गए हैं, जो हर उस इंसान के चेहरे पर मुस्कान बनकर लौटेंगी जिसने कभी उन्हें पर्दे पर देखा हो।

जैसा कि उनके शो ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ में वे कहा करते थे — “जिंदगी को हल्के में लेना भी एक कला है।”
आज वही सतीश शाह हमें यह सिखा गए कि हंसी कभी खत्म नहीं होती, वो यादों में ज़िंदा रहती है।

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