October 16, 2025 1:14 AM

वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया मचाडो को मिला 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार, लोकतंत्र की लड़ाई के लिए मिला सम्मान

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वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया मचाडो को मिला 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार, लोकतंत्र की रक्षा के लिए मिला सम्मान

ओस्लो/कराकस। 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में की गई, जिसमें यह प्रतिष्ठित सम्मान वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरोइना मचाडो को दिया गया है।
नोबेल समिति ने उन्हें यह पुरस्कार तानाशाही शासन से लोकतंत्र की ओर शांतिपूर्ण परिवर्तन के लिए उनके साहसिक संघर्ष के सम्मान में प्रदान किया।


🌍 तानाशाही के खिलाफ लोकतंत्र की आवाज

नोबेल समिति ने अपने बयान में कहा —

“जब दुनिया के कई हिस्सों में तानाशाही फिर से सिर उठा रही है और लोकतंत्र कमजोर हो रहा है, ऐसे समय में मारिया मचाडो जैसे साहसी नेताओं की हिम्मत मानवता के लिए उम्मीद की किरण है।”

समिति ने आगे कहा कि लोकतंत्र ही स्थायी शांति की मूल शर्त है, और जब सत्ता हिंसा, दमन या डर के जरिए जनता की आवाज दबाने लगती है, तब ऐसे व्यक्तियों को सम्मानित करना ज़रूरी हो जाता है।


✊ लोकतंत्र और मानवाधिकारों की मजबूत पैरोकार

मारिया मचाडो वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता और कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अपने देश में

  • मुफ्त और निष्पक्ष चुनावों की मांग,
  • राजनीतिक कैदियों की रिहाई,
  • और लोकतांत्रिक संस्थानों की बहाली
    के लिए लंबे समय से आंदोलन चलाया है।

उन्होंने “सुमाते” (Sumate) नामक संगठन की स्थापना की, जो लोकतांत्रिक सुधार, पारदर्शिता और नागरिक अधिकारों को मजबूत करने के लिए कार्य करता है।

🕊️ नोबेल समिति ने मचाडो की हिम्मत को बताया “वैश्विक प्रेरणा”

नोबेल समिति ने कहा कि मचाडो का संघर्ष शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता परिवर्तन की दिशा में एक मिसाल है।

“उन्होंने दिखाया कि लोकतंत्र की रक्षा बंदूकों से नहीं, बल्कि जनता की आवाज़ और अडिग विश्वास से की जाती है।”


🇻🇪 मचाडो का संघर्ष: डर के माहौल में उम्मीद की लौ

मचाडो को कई बार वेनेजुएला सरकार की धमकियों, गिरफ्तारी और राजनीतिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा।
इसके बावजूद उन्होंने हिंसा का रास्ता नहीं चुना, बल्कि लोगों को लोकतांत्रिक तरीके से बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने लगातार यह संदेश दिया कि “तानाशाही से नफरत नहीं, लोकतंत्र से प्यार करो”, और इसी दृष्टिकोण ने उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।


🏅 मचाडो को अब तक मिले प्रमुख सम्मान

मारिया मचाडो को अब तक कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं —

  • 🕊️ 2025 — नोबेल शांति पुरस्कार: लोकतंत्र की रक्षा और शांति पूर्ण बदलाव के लिए।
  • 🇪🇺 2024 — सखारोव पुरस्कार (यूरोपीय संसद): एडमुंडो गोंजालेज के साथ लोकतंत्र के लिए संघर्ष पर।
  • 🌍 2024 — वाच्लाव हावेल मानवाधिकार पुरस्कार (काउंसिल ऑफ यूरोप): मानवाधिकारों की रक्षा में योगदान के लिए।
  • 🕯️ 2025 — करेज अवॉर्ड (जेनेवा समिट फॉर ह्यूमन राइट्स): साहस और नेतृत्व के लिए।
  • 👩‍💼 2018 — बीबीसी 100 वीमेन अवॉर्ड: दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं में शामिल।

🇺🇸 ट्रंप की दावेदारी पर कमेटी का संकेत

नोबेल समिति ने अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा —

“शांति पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जो संघर्ष को रोकने के साथ-साथ लोकतंत्र और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करते हैं।”

ट्रंप ने पिछले कई महीनों से नोबेल शांति पुरस्कार पाने की इच्छा जताई थी, लेकिन समिति ने उन्हें इस बार भी चयनित नहीं किया।


📣 मचाडो का संदेश — “यह पुरस्कार वेनेजुएला के लोगों का है”

पुरस्कार की घोषणा के बाद मारिया मचाडो ने कराकस से कहा —

“यह सम्मान मेरा नहीं, बल्कि उन लाखों वेनेजुएलावासियों का है जो आज भी लोकतंत्र, स्वतंत्रता और न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हमारा संघर्ष जारी रहेगा।”



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