July 4, 2025 6:14 AM

अमेरिकी टैरिफ की चिंता में शेयर बाजार गिरा, एक हजार अंकों की गिरावट

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मुंबई: अमेरिकी टैरिफ की चिंताओं के बीच मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। ईद की छुट्टी के बाद पहले कारोबारी दिन, बाजार में खासी कमजोरी देखने को मिली। भारतीय शेयर बाजार में सुबह के सत्र में ही सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट आई, जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई।

शेयर बाजारों में यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए पारस्परिक टैरिफ पर अनिश्चितता को लेकर चिंता के कारण आई। इससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा और निवेशकों ने तेजी से अपनी पोजिशन्स बेचना शुरू कर दिया।

सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट

सेंसेक्स, जो कि 30 प्रमुख शेयरों पर आधारित है, शुरुआती कारोबार में 639.13 अंक गिरकर 76,775.79 अंक पर खुला। वहीं, निफ्टी भी 180.25 अंक गिरकर 23,339.10 अंक पर पहुंच गया। सुबह 11:24 बजे सेंसेक्स ने 1,062.72 अंक (1.37%) की गिरावट के साथ 76,370.26 के स्तर पर कारोबार किया। निफ्टी 277.15 अंक (1.18%) टूटकर 23,242.20 के स्तर पर आ गया।

आईटी सेक्टर में गिरावट

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती व्यापारिक असहमति के कारण, आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। प्रमुख आईटी कंपनियां जैसे इंफोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में भारी बिकवाली हुई, जिसका असर बाजार पर पड़ा। इसके साथ ही अन्य कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई, जिससे बाजार का रुख नकारात्मक रहा।

किसे हुआ फायदा और किसे नुकसान?

सेंसेक्स पैक में सबसे ज्यादा गिरावट आईटी शेयरों में रही। इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक और मारुति में सबसे अधिक गिरावट आई।
हालांकि, कुछ शेयरों में सकारात्मक रुझान भी दिखा। इंडसइंड बैंक ने करीब 5% की छलांग लगाई। इसके अलावा पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडानी पोर्ट्स, नेस्ले और एनटीपीसी ने सकारात्मक रुझान दिखाए और बाजार में थोड़ी राहत दी।

निवेशकों के लिए क्या आगे की राह?

हालांकि, इस गिरावट ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, यह एक अस्थायी गिरावट हो सकती है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सावधानीपूर्वक अपनी रणनीतियां तैयार करें और दीर्घकालिक निवेश पर ध्यान केंद्रित करें। आर्थिक स्थिति में सुधार होने पर बाजार में पुनः तेजी देखने को मिल सकती है।

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