नई दिल्ली। 1 अप्रैल 2024 से उन मोबाइल नंबरों पर यूपीआई (UPI) काम नहीं करेगा जो लंबे समय से निष्क्रिय (Inactive) हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने साइबर फ्रॉड को रोकने और डिजिटल पेमेंट सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। इसके अलावा, NPCI ने पुल ट्रांजैक्शन (Pull Transaction) फीचर को भी बंद करने का निर्णय लिया है, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के मामलों में सबसे अधिक किया जा रहा था।
NPCI ने क्यों लिया यह फैसला?
एनपीसीआई ने डिजिटल पेमेंट से जुड़े साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए यह कदम उठाया है। बीते कुछ महीनों में देखा गया कि हैकर्स और साइबर अपराधी पुराने और निष्क्रिय मोबाइल नंबरों का दुरुपयोग कर लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल रहे हैं। इसके अलावा, पुल ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल कर अनाधिकृत रूप से खाते से पैसे निकालने की घटनाएं बढ़ गई थीं।
क्या होता है पुल ट्रांजैक्शन?
पुल ट्रांजैक्शन एक ऐसा फीचर होता है, जिसमें कोई व्यापारी या सेवा प्रदाता आपके बैंक खाते से पैसे ऑटोमेटिक तरीके से निकाल सकता है। यह सुविधा बिजली बिल, OTT सब्सक्रिप्शन, EMI पेमेंट जैसी सेवाओं के लिए दी गई थी। लेकिन हाल ही में कई साइबर अपराधियों ने इस फीचर का दुरुपयोग कर लोगों के खाते से पैसे उड़ा लिए। इसी कारण NPCI ने इसे पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है।
1 अप्रैल से क्या बदलेगा?
- इनएक्टिव मोबाइल नंबरों पर यूपीआई नहीं चलेगा – यदि आपका मोबाइल नंबर लंबे समय से इस्तेमाल में नहीं है, तो उससे जुड़ा यूपीआई अकाउंट 1 अप्रैल से बंद हो सकता है।
- पुल ट्रांजैक्शन बंद होगा – अब कोई भी व्यापारी या ऐप बिना आपकी मंजूरी के आपके खाते से पैसे नहीं निकाल सकेगा।
- बैंक से नंबर लिंक अपडेट करवाना जरूरी – यदि आप अपना मोबाइल नंबर बदल चुके हैं तो जल्द ही अपने बैंक से नया नंबर अपडेट करवाएं, वरना UPI सेवाएं बंद हो सकती हैं।
किन यूजर्स को रहना होगा अलर्ट?
- जिनका मोबाइल नंबर लंबे समय से बंद या निष्क्रिय है।
- जिन्होंने अपना पुराना मोबाइल नंबर बंद कर दिया है, लेकिन बैंक अकाउंट में उसे अपडेट नहीं किया है।
- जो लोग ऑटो-पेमेंट और सब्सक्रिप्शन सर्विसेज का उपयोग करते हैं।
कैसे बचें परेशानी से?
- अपना मोबाइल नंबर अपडेट करें – अगर आपने नया नंबर लिया है, तो जल्द ही बैंक में जाकर अपडेट करवाएं।
- यूपीआई ऐप चेक करें – अपने यूपीआई ऐप में जाकर देखें कि आपका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर सही है या नहीं।
- फर्जी कॉल्स और SMS से बचें – कोई भी बैंक या NPCI आपको फोन करके पिन या ओटीपी नहीं मांगता, ऐसे कॉल्स से बचें।
NPCI का यह फैसला डिजिटल पेमेंट सिस्टम को और सुरक्षित बनाएगा और साइबर अपराधों पर लगाम लगाएगा। यूपीआई इस्तेमाल करने वाले सभी ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक अकाउंट से जुड़े मोबाइल नंबर को जल्द से जल्द अपडेट करवा लें, ताकि 1 अप्रैल के बाद किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/03/DALL·E-2025-03-21-21.40.57-A-futuristic-digital-finance-concept-illustration.-A-neon-lit-cyber-city-with-holographic-payment-terminals-floating-in-the-air.-A-person-attempts-to-.webp)