July 10, 2025 8:12 PM

तुर्किये में पहली बार रूस-यूक्रेन आमने-सामने: शांति वार्ता के लिए इस्तांबुल में तैयारियां, जेलेंस्की ने कहा- हम जमीन नहीं छोड़ेंगे

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कीव/इस्तांबुल। यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच शांति की एक नई किरण नजर आ रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वे पहली बार रूसी प्रतिनिधिमंडल से सीधे बातचीत के लिए अपनी वार्ताकार टीम को तुर्किये के इस्तांबुल भेजेंगे। इस टीम की अगुवाई यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव करेंगे। यह बैठक यदि होती है तो दोनों देशों के बीच शांति वार्ता को लेकर पहली औपचारिक आमने-सामने बातचीत होगी।

तुर्किये में पहुंचे रूसी प्रतिनिधि, नेतृत्व कर रहे पुतिन के सहयोगी मेडिंस्की

इस प्रस्तावित वार्ता से पहले रूसी प्रतिनिधिमंडल इस्तांबुल पहुंच चुका है, जिसका नेतृत्व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी व्लादिमीर मेडिंस्की कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को ही दोनों पक्षों के बीच बातचीत शुरू हो सकती है।

ट्रम्प और एर्दोगन के सम्मान में जेलेंस्की का कदम

जेलेंस्की ने अपने फैसले के पीछे वजह बताते हुए कहा कि वे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन का सम्मान करते हैं, और इसी वजह से उन्होंने इस्तांबुल में वार्ता के लिए हामी भरी। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि रूसी डेलीगेशन में ऐसा कोई चेहरा नहीं दिखता जो वास्तव में निर्णय लेने की स्थिति में हो


जमीन पर कोई समझौता नहीं: जेलेंस्की

शांति की कोशिशों के बीच जेलेंस्की ने दो टूक कहा कि यूक्रेन कभी भी अपनी जमीन का एक इंच भी रूस को नहीं देगा। उन्होंने कहा कि क्रीमिया और डोनबास जैसे क्षेत्रों पर कब्जे को स्वीकार करना यूक्रेन के लिए असंभव है।

“हम शांति चाहते हैं, लेकिन आत्मसमर्पण नहीं। हमारी जमीन हमारी है और हमेशा हमारी ही रहेगी,”
उन्होंने कहा।

रूस पर बढ़ेंगे प्रतिबंध अगर नहीं मानी बात

जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि अगर रूस ने अमेरिका समर्थित 30 दिनों के युद्धविराम प्रस्ताव पर दस्तखत नहीं किए, तो और सख्त प्रतिबंध लगाने की ज़रूरत होगी। अमेरिका और यूरोपीय संघ पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि अगर रूस इस सोमवार तक जंग नहीं रोकता, तो ‘बड़े आर्थिक प्रतिबंध’ लगाए जाएंगे।

हालांकि, इस समय सीमा को फिलहाल लचीला किया गया है क्योंकि इस्तांबुल में संभावित वार्ता की संभावना बनी हुई है।

सिर्फ यूक्रेन की कोशिश काफी नहीं: अंतरराष्ट्रीय दबाव की अपील

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि एकतरफा कोशिशों से शांति नहीं आएगी। उन्होंने अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और बाकी वैश्विक शक्तियों से अपील की कि वे रूस पर दबाव बनाएं—कम से कम प्रतिबंधों के ज़रिए

“युद्ध का अंत केवल यूक्रेन की इच्छा से नहीं, बल्कि वैश्विक दबाव से संभव है,”
उन्होंने कहा।



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