कीव। रूस और यूक्रेन के बीच 1000 से अधिक दिनों से चल रहे इस युद्ध में एक और महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में दावा किया कि वर्ष 2024 में उन्होंने और उनकी सरकार ने रूस की कैद से 1,358 लोगों को छुड़ाने में सफलता प्राप्त की है। इनमें से अधिकांश लोग यूक्रेनी नागरिक हैं, लेकिन इस आंकड़े में यूक्रेनी सैनिक भी शामिल हैं, जिन्हें रूस ने युद्ध के दौरान बंदी बना लिया था।
जेलेंस्की ने इस खबर को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि “रूस की कैद में बंद लोगों की परिस्थितियां बहुत विविध हैं, लेकिन एक बात साफ है कि वे सभी अब घर वापस लौटने के बाद बेहद खुश हैं।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस मिशन में एक बड़ी टीम ने काम किया है, जिसमें सरकारी अधिकारियों से लेकर मानवाधिकार संगठनों तक कई लोग शामिल थे।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आगे कहा, “हमारी कोशिशों का लक्ष्य सिर्फ इन 1,358 लोगों को बचाना नहीं था, बल्कि 2025 में इससे भी बेहतर खबरें लाने के लिए प्रयासरत रहना है। हमारा प्रमुख उद्देश्य रूस के साथ इस संघर्ष को समाप्त करना है।” उनका यह बयान उस समय आया है जब रूस-यूक्रेन युद्ध में एक नई जंग की लहर की आशंका जताई जा रही है।
जेलेंस्की ने इस अवसर पर अपने देश के सहयोगियों का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने यूक्रेन को इस कठिन समय में सहयोग और सहायता दी। उन्होंने विशेष रूप से पश्चिमी देशों का आभार व्यक्त किया, जिनकी मदद से यूक्रेनी सेना और सुरक्षा बलों ने अपनी रक्षा क्षमताओं को बेहतर किया और रूस की आक्रामकता का मुकाबला किया।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि रूस द्वारा किए गए हवाई हमलों के बावजूद यूक्रेन ने अपनी नागरिक सुरक्षा को सर्वोत्तम तरीके से बनाए रखने का प्रयास किया है। हालांकि रूस ने बार-बार नागरिकों को निशाना बनाने की बात से इनकार किया है, लेकिन युद्ध के दौरान नागरिकों के मारे जाने और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के कई प्रमाण मिले हैं।
फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया था, जिसके बाद से यह संघर्ष और बढ़ गया है। यूक्रेनी सेना ने न केवल अपनी सरहदों की रक्षा की है, बल्कि पश्चिमी देशों से प्राप्त सैन्य सहायता के साथ रूस को कई महत्वपूर्ण इलाकों से खदेड़ने में भी सफलता प्राप्त की है।
यह खबर इस संघर्ष के एक नए मोड़ को दर्शाती है, जिसमें यूक्रेन के नागरिकों और सैनिकों की सुरक्षा के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की जा रही है। साथ ही, यह स्पष्ट करता है कि युद्ध के बावजूद, यूक्रेन का मनोबल ऊंचा है और वह अपनी धरती को फिर से सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।