लंदन से महेश लिलोरिया की रिपोर्ट।
लंदन, अप्रैल। ब्रिटेन की संसद — हाउस ऑफ कॉमन्स — ने इतिहास रचते हुए पहली बार श्रीराम नवमी का उत्सव भक्ति, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक समरसता के साथ मनाया। इस अभूतपूर्व आयोजन में अंतर्राष्ट्रीय सिद्धाश्रम शक्ति केंद्र (यू.के.) और संस्कार टीवी की सहभागिता रही, जिसने इसे एक वैश्विक भक्ति मंच बना दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्रीराम की आरती और श्रीहनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ से हुई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने ‘राम आएंगे’, ‘जय श्रीराम’ और अन्य कर्णप्रिय भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिमय कर दिया। यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं था, बल्कि एक गहरी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान की प्रस्तुति भी थी।

कार्यक्रम का मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय सिद्धाश्रम शक्ति केंद्र के प्रमुख और वैश्विक आध्यात्मिक गुरु राजराजेश्वर गुरुजी ने किया। उन्होंने अपने ओजस्वी संदेश में कहा, “भगवान श्रीराम की शिक्षाएं न केवल धार्मिक, बल्कि सार्वभौमिक और मानवीय मूल्यों का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से परे जाकर सभी को जोड़ती हैं।”
हाउस ऑफ कॉमन्स के इस विशेष कार्यक्रम में ब्रिटेन के विभिन्न राजनीतिक और आध्यात्मिक क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। सेवा, लघु व्यवसाय और निर्यात मंत्री गैरेथ थॉमस, हैरो ईस्ट के सांसद बॉब ब्लैकमैन, और ब्रिटिश राजशाही के प्रतिनिधि साइमन ओवन्स की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। साइमन ओवन्स स्वयं अंतर्राष्ट्रीय सिद्धाश्रम शक्ति केंद्र (यू.के.) के संरक्षक भी हैं।

इस अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुति भी हुई जिसमें रामायण से प्रेरित नृत्य और संगीत की झलकियाँ प्रस्तुत की गईं। साथ ही, विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों द्वारा साझा किए गए विचारों ने कार्यक्रम को अंतरधार्मिक संवाद का एक प्रेरणादायक मंच बना दिया।
कार्यक्रम के अंत में समुदाय के नायकों और स्वयंसेवकों को उनकी सेवा के लिए सम्मानित किया गया, जिससे यह आयोजन न केवल भक्ति का उत्सव बल्कि समाज सेवा और एकता का भी प्रतीक बन गया।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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